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हीरो और विलेन। देखने वाले की इन्हीं दो ही कैरेक्टर्स पर सबसे ज्यादा नजर रहती है। गब्बर से मोगेम्बो तक सारे कैरेक्टर पुरुषों ने ही प्ले किए हैं। लेकिन कुछ लेडी विलेन भी हैं। आपने देखा जरूर होगा। लेकिन कभी गौर नहीं किया। कुछ ऐसे सह-कलाकार भी हैं जिन्हें फिल्मों में लीड रोल नहीं मिला फिर भी उन्होंने खुद को एक अलग कैरेक्टर के तौर पर खड़ा किया। लोगों उनसे ज्यादा हीरो और हीरोइन पर ध्यान दिया जरूर, लेकिन उनकी दमदार एक्टिंग के आगे हीरो-हीरोइन की हीरोपंती ही नहीं, विलेन की गुंडागर्दी भी पीछे छूट गई।
इनके किरदारों के आगे विलेन के भी पसीने छूटे, इसलिए हम इन्हें 'लेडी विलेन' का नाम दे सकते हैं। बॉलीवुड की इन 10 लेडी विलेन ने अपने-अपने किरदार को दमदार एक्टिंग की बदौलत अमर बनाया है। चेक कीजिए पूरी लिस्ट...
क्या एक्टिंग करती थीं बिंदू। खूबसूरती भी गजब थी। कई फिल्मों में आइटम सॉन्ग भी किए हैं बिंदू ने। वो हीरो को अपने हुस्न के जाल में फसाने की कोशिश करती दिखती थीं लेकिन हीरो सख्त लौंडे की तरह उसके चंगुल से निकल जाता था। कई फिल्मों में बिंदु को ऐसे ही दमदार रोल मिले थे।
हिमानी शिवपुरी ने अपने टीवी करियर की शुरुआत दूरदर्शन के शो 'हमराही' से की थी। इसके बाद वह बालाजी टेलीफिल्म्स के शो 'कसौटी जिन्दगी की', 'क्योंकि सास भी कभी बहु थी' जैसे शोज में नजर आईं। उन्होंने कई वर्षों तक यशराज बैनर, धर्म प्रोडक्शंस, राजश्री प्रोडक्शंस की सुपरहिट फिल्मों में सहायक अभिनेत्री की भूमिकायें अदा कीं।
डकैत और सांसद रहीं फूलन देवी की बायोपिक में नजर आ चुकी सीमा विश्वास अपनी एक्टिंग और बोल्डनेस से डायरेक्टर्स को भी नाकों चने चबवा चुकी हैं। वहीं फिल्म 'विवाह' में सौतेली मां के रोल में भी दिख चुकी हैं। हर एक रोल में सीमा ने खुद को बेस्ट को-एकट्रेस साबित किया है।
अक्षय कुमार की फिल्म 'धड़कन' में सुषमा पाठक ने मां का रोल निभाया था। सुषमा ने कई फिल्मों में काम किया है। कई फिल्मों में मां और सास बनती हैं वो। फिल्म 'दाग द फायर' में भी इनका दमदार लुक देखा होगा आपने।
एक हद तक देखा जाए तो बॉलीवुड की सबसे पुरानी लेडी विलेन यही हैं। गौर से देख लीजिए इस चेहरे को बहुत सी यादें ताजा हो जाएंगी। ऐसा नहीं है कि वो सिर्फ विलेन का ही रोल प्ले करती थीं बल्कि उन्होंने कई फिल्मों में लीड रोल भी प्ले किए हैं। 1928 से 1987 तक इन्होंने फिल्मों में काम किया है। फिल्म गाइड में देवानंद की मकान मालकिन के रोल में इन्होंने खूब सुर्खियां बटोरी थीं।
हीरोइन के तौर पर सफलता न पाते हुए भी पर्दे पर लंबी पारी खेलते हुए दर्शकों के दिलो-दिमाग पर अपनी छाप अंकित कर देने वाली अभिनेत्रियों में से रही हैं अरुणा ईरानी। इन्होंने फिल्म बेटा में सौतली मां का रोल प्ले किया था। अरुणा ईरानी कई फिल्मों में मां का रोल कर चुकी हैं। जितनी सुर्खियां एक्ट्रेसेस लीड रोल करके नहीं कमा पाती, उससे कहीं ज्यादा फेम बतौर को-एक्ट्रेस अरुणा ईरानी ने बटोरा।
स्मिता जयकर ने कई फिल्मों में मां का रोल प्ले किया है। लेकिन जो एक्टिंग उन्होंने ‘देवदास’ में की है वो सच में सराहनीय है। फिल्म संजय लीला भंसाली ने बनाई थी। शाहरुख, ऐश्वर्या और माधुरी के साथ-साथ जैकी दादा भी थे इसमें। लेकिन स्मिता जयकल ने अपनी दमदार एक्टिंग का तड़का लगाकर फिल्म का स्वाद बेहतरीन बना दिया था।
एक फिल्म आई थी ‘खलनायिका’। जितेंद्र और जयप्रदा लीड रोल में थे। फिल्म सस्पेंस पर आधारित थी। अनु अग्रवाल ने उस फिल्म में खलनायिका का ही रोल निभाया था। जिससे फिल्म काफी हिट रही। अनु अग्रवाल ‘आशिकी’ फिल्म वाली हीरोइन हैं। याद आया कुछ?
ये हैं बाहुबली की राजमाता शिवगामी देवी। बाहुबली और बाहुबली 2 में राम्या कृष्णन की बेहतरीन परफॉर्मेंस को देखकर यह सोचना भी काफी मुश्किल है कि कोई और एक्टर उनके किरदार को निभा सकता था। अच्छे-अच्छे विलेन भी इनके आगे फीके पड़ते हैं। भले ही लोग इन्हें साउथ की एक्ट्रेस मानते हैं लेकिन बॉलीवुड में भी इन्होंने कई फिल्मों में धमाल मचाया है।
फिल्म रामलीला में दीपिका की मां के रोल में दिखी थीं सुप्रिया पाठक। काले कपड़े, पूरा गुजरातियों वाला लुक। हाथ में धूनी लेकर वो बाल खोलकर नाचती है। इनकी दमदार एक्टिंग लीड रोल में रहे एक्टर्स पर भी भारी पड़ी थी। फिल्म में जान डालने वाली सुप्रिया पाठक ही थीं, वरना फिल्म इतनी न चलती।