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अभी अभी मतलब आज ही खबर आई है कि मशहूर पंजाबी गायक दलेर मेहंदी यानि दलेर पाजी को कबूतरबाजी के एक पुराने मामले में दो साल की सजा सुनाई गई है। हालांकि सजा सिर्फ दो साल तक की थी तो जमानत भी हाथोहाथ ही मिल गई। इसके साथ ही यह भी तय हो गया है कि दलेर पाजी फिलहाल जेल भी नहीं जाएंगे।
हां मामला जरूर स्थानीय कोर्ट से निकलकर पहले हाईकोर्ट फिर सुप्रीमकोर्ट तक जा सकता है। अब बात काम की, इस कबूतरबाजी, दलेर मेहंदी और जेल में आप सब चीज समझ रहे होंगे सिवाय इस कबूतरबाजी के। क्यों.... क्योंकि ये शब्द ही ऐसा है, भला एक मशहूर गायक का कबूतरबाजी यानि कबूतर उड़ाने से क्या वास्ता।
वास्ता कबूतर उड़ाने से नहीं आदमी उड़ाने से है, समझे.... कि नहीं समझे। चलिए हम आपको समझा देते हैं ये कबूतरबाजी आखिर है क्या बला।
तो आपने कबूतरों का वो खेल तो सुना ही होगा जिसमें लोग कबूतरों को आपस में लड़ाते हैं या उनकी ऊंची उड़ान पर दांव लगाते हैं, बस समझ लो उसी को कहते हैं कबूतरबाजी। अब बात आदमियों वाली कबूतरबाजी की, तो पंजाब के जितने लोग यहां भारत में निवास करते हैं उससे कुछ ही दुनिया के दूसरे देशों में भी रहते हैं।
मतलब ये समझ लोग पंजाब का हर दूसरा आदमी विदेश जाना ही अपनी जिंदगी का सबसे बड़ा मकसद समझता है, उस पर ब्याहने के लिए गौरी मैम और हो तो फिर क्या बात है। अब हर किसी के बसका तो विदेश जाना है नहीं, उसके लिए वीजा चाहिए पैसा चाहिए जुगाड़ चाहिए विदेश जाकर कुछ काम धंधा करने का मौका चाहिए।
ये तमाम चीजे हैं और इसी का फायदा उठाते हैं कबूतरबाज, जो भोले भाले लोगों से मोटे पैसे ऐंठ कर (जिसका इंतजाम पता नहीं ये लोग कहां कहां से करते हैं) उन्हें किसी न किसी तिगड़म और गैर कानूनी तरीके से विदेश भेजने की जुगत लगा देते हैं। लोग वहां पहुंच तो जाते हैं लेकिन उनके काम धंधे का इंतजाम नहीं हो पाता और फिर वह वापिस आने के लिए हाथ पैर मारते हैं।
अब इसी चक्कर में फंसे अपने दलेर पाजी, जिन पर आरोप है कि वो अपने विदेशी टूर के बहाने पंजाब से लोगों को विदेश ले जाते और उन्हें वहीं छोड़कर चले आते। इस मामले में कुछ लोगों ने शिकायत की थी उसी में दलेर मेहंदी फंस गए।
पुलिस ने शिकंजा कसा तो पता चला कि साल 1998 और 1999 में दलेर मेहंदी अपने भाई शमशेर सिंह के साथ अमेरिका में शो करने गए थे। उस दौरान उनके साथ लंबी चौड़ी टीम भी थी इसी टीम में वह पंजाब के दस लोगों को गैरकानूनी तरीके से अमेरिका ले गए और वहीं छोड़ दिया।
इसके अलावा वह एक हीरोइन के साथ सैन फ्रांसिस्को में टूर करने गए तो भी पंजाब की तीन लड़कियों को वहीं छोड़ आए मतलब कबूतरबाजी कर आए। ये सिलसिला 2003 तक चला, शिकायत के बाद मामला खुला तो दलेर मेहंदी को जेल भी जाना पड़ा था।
हालांकि उन्हें जल्द ही जमानत मिल गई। लंबे समय से वही मामला पंजाब के पटियाला की स्थानीय कोर्ट में चल रहा था, जिसमें आज उन्हें दो साल की सजा सुनाई गई।