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कभी-कभी कोई फिल्म यादगार बन जाती है ऐसा इसलिए नहीं कि फिल्म के हीरो या हीरोइन की एक्टिंग अच्छी थी या एक्ट्रेस बहुत खूबसूरत लगी हो, कॉमेडी अच्छी लगी हो फिल्म में। इन सब कारणों के बाद कुछ ऐसी फिल्में हैं जिन्हें खास बनाने में जानवरों ने अच्छी दोस्ती निभाई।
जब-जब फिल्मों में इमोशनल टच की जरूरत हुई, उसे जानवरों के सहारे पूरा किया गया। आपको अगर लगता है कि बेहतरीन परफॉर्मेंस सिर्फ बड़े एक्टर्स ही दे सकते हैं तो आप गलत हैं। कभी-कभी जानवर भी अपनी मौजूदगी से फिल्मों में ऐसी छाप छोड़ जाते हैं कि उनका परफॉर्मेंस बड़े-बड़े स्टार से भी बेहतर हो जाता है। ऐसी कई फिल्में हैं जिनके आधार जानवर ही रहे हैं।
इस फ्रेंडशिप डे चलिए मिलते हैं उन खूबसूरत और समझदार जानवरों से जिन्होंने दोस्ती की एक अलग ही छोप छोड़ी। फिरकी टीम ने 10 जानवरों की लिस्ट बनाई है जिनसे आप अपनी दोस्ती में चार चांद लगाने का तजुर्बा सीख सकते हैं...
फिल्म ‘कट्टी-बट्टी’ में इमरान खान और कंगना के रोमांस से ज्यादा तो इमरान और उनके पालतु कछुए की केमिस्ट्री देखने को मिलती है। इमरान के सच्चे दोस्त के रूप में इस कछुए ने बखूबी साथ निभाया।
इस फिल्म में करीना कपूर और रितिक रोशन के साथ-साथ तोता और कुत्ते का भी काफी अहम रोल है। अगर ये कहा जाए कि तोते और कुत्ते ने करीना और रितिक की लाइमलाइट को कम कर दिया, तो गलत नहीं होगा।
फिल्म ‘हम आपके हैं कौन’ में अगर कुत्ता
‘टफी’ न होता तो शायद फिल्म की हैप्पी एंडिंग न होती। उस कुत्ते ने सलमान और माधुरी के प्यार में बड़ी भूमिका निभाई थी। उसी छोटे से रोल ने उस कुत्ते को यादगार बना दिया। तो दोस्तों, सहायक भूमिका सिर्फ इंसान ही नहीं, जानवर भी निभा सकते हैं।
जैसे ही बसंती बोलती है- ‘चल धन्नो, आज तेरी बसंती की इज्जत का सवाल है’, वैसे ही घोड़ी तेज़ी से दौड़ने लगती है और गब्बर के आदमियों से बचाती है। इस फिल्म में तांगे का काफी लंबा सीन है। आपको तो पता ही है कि बिना घोड़े के तांगे की कल्पना ही नहीं की जा सकती है।
अक्षय कुमार की फिल्म ‘एंटरटेनमेंट’ तो आपने देखी ही होगी। इस पूरी फिल्म का आधार कुत्ता ही होता है, और हां उस कुत्ते के नाम पर ही फिल्म का नाम ‘एंटरटेनमेंट’ रखा गया है।
'दूध का कर्ज' में हीरो और एक सांप के बीच दोस्ती की अनोखी कहानी है। अगर आपने ये फिल्म नहीं देखी तो दोस्ती की एक खूबसूरत कहानी मिस की।
‘दिल धड़कने दो’ का प्लूटो मेहरा याद है न? प्लूटो नाम का कुत्ता ना सिर्फ मेहरा फैमिली का सदस्य है, बल्कि फिल्म की कहानी भी वही सुनाता है।
दिलचस्प बात ये है कि फिल्म में प्लूटो की आवाज आमिर खान ने दी है। अब बताओ, जानवर भारी पड़ा न एक्टर पर?
फ़िल्म ‘कुली’ में अमिताभ बच्चन का एक डायलॉग था- ‘बचपन से सिर पर अल्लाह का हाथ है, अल्लाह रक्खा मेरे साथ है’। यहां अल्लाह रक्खा एक बाज है जो अमिताभ को दुश्मनों से बचाता है। बाज का रोल कितना अहम था इसका अंदाजी फिल्म के पोस्टर से पता चलता है।
‘कबूतर जा-जा’ गाने से ही पता चलता है कि इस फिल्म में कबूतर का कितना अहम किरदार था। फिल्म में प्यार की कड़ी के रूप में कबूतर ही है। सिर्फ इतना ही नहीं, क्लाइमैक्स में यह कबूतर विलेन पर अटैक भी करता है।
अगर आपने ‘हाथी मेरे साथी’ देखी है तो आपको अच्छे से याद होगा कि राजेश खन्ना और हाथियों के बीच कैसी बॉन्डिंग होती है। फ़िल्म देखने के बाद भले आप सब कुछ भूल गये हों, पर उस हाथी की याद अभी भी आपके दिमाग में ताज़ा होगी। फिल्म में हाथी ने बिना बोले जो कर दिखाया, शायद ही कोई भूल पाये। हां अगर आपने यह फिल्म नहीं देखी तो जरूर देखना।
तो दोस्तों सिर्फ इंसान ही नहीं, कभी कभी जानवर भी अच्छे दोस्त होने के खालीपन को भर देते हैं। अगर आपको भी ऐसी कोई फिल्म का नाम याद हो तो कमेंट बॉक्स में शेयर कर सकते हैं।