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फिल्में सिर्फ दमदार स्टोरी और डायलॉग्स से नहीं चलती हैं। फिल्मों को हिट बनाने में जितना रोल स्टोरी और डायलॉग्स का होता है उतना ही 'फिल्मों के नाम' का भी होता है। नाम दमदार हो तो टिकट
फटाफट बिक जाते हैं। अच्छी स्टोरी होने के बावजूद अगर नाम फीका लगे तो टिकट कटाने में सोचना पड़ता है। हाल ही में आई फिल्म 'ओके जानू' की बात कर लीजिए।
फिल्म एवरेज रही लेकिन इस फिल्म के नाम से युवा पीढ़ी ज्यादा प्रभावित हुई थी। बॉलीवुड में ऐसी कई फिल्में हैं जिनके नाम का असर दर्शकों को सिर चढ़कर बोला।
सच पूछा जाए तो इन नामों में ही फिल्म की कहानी का एंगल छिपा होता है। स्टोरी और डायलॉग्स से किसी भी मामले में कम नहीं हैं इन फिल्मों के नाम। यहां फिरकी टीम ने 10 फिल्मों के नामों की लिस्ट बनाई है। तो फिर देर किस बात की, आगे की स्लाइड में फटाफट पढ़ते जाइए पूरी मजेदार स्टोरी।
फिल्म की कहनी और कंगना की एक्टिंग काफी सराहनीय थी। दर्शकों को ये फिल्म काफी पसंद आई थी। फिल्म के पोस्टर के साथ टाइटल भी कमाल का था। इसलिए फिल्म ने मानो सिनेमाघरों में आग लगा दी।
पीके... ये नाम जितना छोटा है उतना ही बड़ी फिल्म थी। फिल्म का नाम इतना अनोखा है कि सोशल मीडिया पर जोक्स और मीम्स के ढेर लग गए थे। हर कोई एक दूसरे की खिंचाई करते वक्त जरूर बोलता था कि 'पीके है क्या'!
स्वरा भास्कर की ये फिल्म सिनेमाघरों में धुआं धुंआं कर दी थी। 'आरा' बिहार का एक जिला है, जिसके नाम पर इस फिल्म में स्वरा भास्कर ठुमके लगाते हुए दिखी थीं। लेकिन ठुमके लगाकर फिल्म हिट करवाने का आधा क्रेडिट तो फिल्म के नाम को जाता है।
रिवॉल्वर रानी में कंगना की एक्टिंग का बखान करना मुश्किल है। लेकिन अगर फिल्म का नाम रिवॉल्वर रानी नहीं होता तो टिकट कटा कर कौन देखने जाता।
परिणीती चोपड़ा की फिल्म 'हंसी तो फंसी' भी एक अनोखे नाम वाली फिल्म है। जिसमें परिणीती मंजन खाते हुए दिखी थीं। 'हंसी तो फंसी' आम तौर पर लड़कों द्वारा लड़कियों को बोला जाने वाला एक फनी डायलॉग है। जब फिल्म इस डायलॉग के नाम पर बनी तो दर्शक टूट पड़े।
जिला गाजियाबाद में 'फौजी' के किरदार में दिखे अरशद वारसी ने अपनी एक्टिंग से बहुत बड़ी फैन फॉलोविंग बना ली। एक्टिंग में घुस कर एक्ट करने वाले अरशद वारसी की फिल्म जिला गाजियाबाद अपने आप में एक कहानी है। किसी शहर, गांव, क्षेत्र या किसी पर्सनालिटी के नाम पर बनी फिल्में अपने आप में कई कहानी लिए होती हैं।
2016 की बेहतरीन फिल्मों में एक फिल्म बजरंगी भाईजान थी। जो सल्लु मिया के नाम पर तो चली ही चली, लेकिन रिलीज होने से पहले ही अपने अनोखे नाम की वजह से इस फिल्म को काफी सुर्खियां मिलीं।
'जॉली एलएलबी' ये नाम एक प्रोफेशन से जुड़ा हुआ है। इस फिल्म का नाम भी टिकट कटाने के लिए काफी था।
इस फिल्म को जितनी पब्लिसिटी मिली उसके पीछे की वजह सिर्फ फिल्म का नाम है। बॉलीवुड में अब तक का सबसे अनोखे नाम की बात करें तो इस फिल्म का नाम जरूर आएगा। 'टॉयलेट' एक प्रेम कथा' ठीक वैसा ही नाम है जैसा 'गदर एक प्रेम कथा'। इन दोनों फिल्मों में अगर पीछे 'एक प्रेम कथा' न जुड़ा रहता तो नाम अधुरा लगता। दर्शक कम इंटरेस्ट दिखाते। इसलिए इन फिल्मों के नाम ही दर्शकों को सिनेमाघरों तक खींचने के लिए काफी साबित हुए।
सोनम कपूर की फिल्म 'डॉली की डोली' नाम से मेल खाती हुई एक और फिल्म आई है "बरेली की बर्फी"। फिल्म के रिव्यूज काफी पॉजिटिव आ रहे हैं। फिल्म को भी दर्शक इसीलिए मिल रहे हैं क्योंकि नाम ही ऐसा है। एक तो बर्फी और वो भी बरेली की। अब देखते हैं ये फिल्म बॉक्स अॉफिस पर कितना धमाल मचाती है।
अनोखे नाम वाली कई फिल्में हाल फिलहाल में आने वाली भी हैं। जैसे कि टाइगर जिंदा है, शुभ मंगल सावधान और बाबू मोशाय बंदूकबाज।