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बॉलीवुड में अक्सर ड्रामा और रोमांटिक फ़िल्में ही ज़्यादा बनती हैं। मगर कुछ डायरेक्टर्स और एक्टर मिलकर समय-समय पर ऐसी बायोपिक फ़िल्में बना डालते हैं। जो हमारे जहन में बस जाती है। अभी हाल ही में आई फिल्म धोनी भी ेक बायोपिक फिल्म थी। उसमें आपने देखा होगा कि सुशांत सिंह ने रियल दिखने के लिए कितनी मेहनत की थी। रियल लाइफ से इंस्पायर होकर बनायी गयी इन फिल्मों में एक्टर्स को सामान्य फ़िल्म से ज़्यादा मेहनत करनी पड़ती है। ताकि वो अपने किरदार के साथ पूरी ईमानदारी निभा पाए। आज आपके लिए हम ऐसी ही कुछ बेहतरीन फ़िल्में लेकर आये हैं, जहां एक्टर्स ने अपने किरदार को जीवंत बनाने के लिए जी-जान लगा दी....
हम लोगों में से ज्यादातर लोग मिल्खा सिंह को 'भाग मिल्खा भाग' के आने से पहले कम ही जानते थे। इस फ़िल्म के लिए फरहान ने जी-तोड़ मेहनत करी थी। इसके लिए उन्होंने घंटो दौड़ने की प्रेक्टिस भी की थी। फ़िल्म भी ज़बर थी और एक्टिंग भी।
आमतौर पर रोजमर्रा की ज़िन्दगी में सही से रूटीन फॉलो न करने वाली प्रियंका ने 'मैरी कॉम' के लिए रोज़ जिम जाना शुरू कर दिया था। आपने अगर फ़िल्म देखा होगा तो प्रियंका की एक्टिंग भी देखी होगी। कमाल की एक्टिंग थी।
इस फ़िल्म की वजह से इरफ़ान को नेशनल अवार्ड भी मिला था। यह एक फौजी के डाकू बनने की कहानी थी। इस फ़िल्म में इरफ़ान खान ने अपने अलग अंदाज़ से किरदार में जान डाल दी थी।
मंगल पांडेय के रोल के लिए आमिर ने दो साल कड़ी मेहनत की थी।
ये फिल्म तो सबने देख ही ली होगी। फिल्म देख कर ही लग गया कि सुशांत सिंह ने इस रोल के लिए काफी मेहनत की होगी। कभी-कभी तो मुझे लगता था कि ये धोनी ही है।
विद्या बालन ने इस फ़िल्म में सिल्क स्मिता के जैसा दिखने के लिए काफ़ी मेहनत की थीं। उन्होंने अपने बात करने, उठने-बैठने के तरीकों को इस फ़िल्म के लिए पूरी तरह चेंज कर डाला था। इस फ़िल्म में निभाए किरदार की वजह से उन्हें काफ़ी तारीफ़ भी मिली थी।
इस फ़िल्म में निभाए किरदार की वजह से सोनम कपूर की तारीफ़ ख़ुद नीरजा भनोट की मां ने भी की थी। सोनम को अपने अंदर काफी बदलाव लाने पड़े थे। इस किरदार के लिए उन्हें अपनी नॉर्मल इमेज से बाहर आना पड़ा था।
दशरथ मांझी के किरदार को नवाजुद्दीन ने पूरी ईमानदारी के साथ निभाया। उन्होंने मांझी के जुनून को अपने रोल में भी ज़िन्दा रखा। इसके लिए उन्हें काफ़ी तारीफ़ भी मिली थी।
फ़िल्म 'अजहर' के लिए इमरान हाशमी ने अजहरुद्दीन की बेटिंग स्टाइल सीखने के लिए खूब क्रिकेट खेला था।
ये एक्टर्स भी दिन-रात एक करके मेहनत करते हैं। तब जाकर इनके अभिनय की कला हमें पसंद आती है। फिल्म रॉक्स्टार भले ही न चली हो लेकिन रणवीर कपूर की एक्टिंग कमाल की थी। फिल्म दो चीजों से ही चलती है। इंटरटेनमेंट और एक्टिंग। ख़ैर इंटरटेनमेंट की बातकी जाए तो वो आपको Firkee.in पर एकदम फ्री में मिलेगा। इसलिए पढ़ते रहिए Firkee..