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लो जी 1000 करोड़ रुपये में महाभारत बनाने की घोषणा हो गई। अब इतनी रकम लगेगी तो जाहिर है धांसू फिल्म बनेगी। लेकिन कल्पना कीजिए कि इस भारी-भरकम बजट के साथ फिल्म बनेगी तो इसके पात्र कैसे होंगे? पात्र मूल ग्रंथ के हिसाब से होंगे, लेकिन जरा सोचिए युधिष्ठिर, भीम, अर्जुन, नकुल और सहदेव कैसे होंगे? उनके विपक्षी कौरव कैसे होंगे? कुलमिलाकर अगर आप यह सोचकर बैठे हैं कि 80 के दशक में दूरदर्शन में आए बीआर चोपड़ा के धारावाहिक से हटकर ज्यादा कुछ नहीं होगा, तो ऐसा मत सोचिए। इसमें आपको सिक्स पैक्स वाले भीम नजर आ सकते हैं। भीम ही क्यों? फिटनेस का जमाना है तो जाहिर है सारे पात्र सिक्स पैक्स में ही होंगे। स्पेशल इफेक्स भी ऐसे होंगे जो आपको पांच हजार साल पहले के कुरुक्षेत्र में ले जाएंगे। भई तभी तो इतना बजट खर्च हो पाएगा।
अब सुन यह भी रहे हैं कि हॉलीवुड के ऑस्कर विनर कलाकारों को भी काम दिया जाएगा। लेकिन बड़ी बात ये है भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में फिल्मों के नाम पर तमाम शोहरत की मलाई खाने वाले बॉलीवुड का इस महा एपिक में क्या रोल होगा?
अब तक तो ऐसी कोई खबर नहीं आई है कि अमिताभ बच्चन इस फिल्म के भीष्म पितामह का रोल निभाएंगे, या अजय देवगन अर्जुन का... वगैरह-वगैरह।
कुल मिलाकर दुनिया में भारतीय कला-साहित्य की धमक दिखाने के लिए साउथ ने ही ठेका ले लिया है। वो ऐसे क्योंकि द महाभारत बनाने वाले डायरेक्टर जाने-माने विज्ञापन फिल्म निर्माता वी ए श्रीकुमार मेनन साउथ से ही हैं और पैसा लगाने वाले बीआर शेट्टी भी रह भले ही दुबई में रहे हों, मूल रूप से दक्षिण भारतीय ही हैं, कर्नाटक से ताल्लुक रखते हैं।
वैसे, भारत में रूपहले पर्दे की बुनियाद रखने वाले दादा साहब फाल्के ने भी भारत की कला-साहित्य की विरासत को ही बड़े जनमानस में मनोरंजन के जरिए परोसने के उद्देश्य से सिनेमा शुरू किया था। लेकिन बॉलीवुड तो पब्लिक डिमांड पर चलता है न? और पब्लिक को सेक्स चाहिए, लस्ट चाहिए, कुल मिलाकर वो हर मजा चाहिए जो पैसा वसूल करवाए!
पिछले कुछ वर्षों में बॉलीवुड फिल्मों ने सेंसर बोर्ड का खूब काम बढ़ाया है। सेंसर बोर्ड वाले भी सोचने लगे कि कहां-कहां कैची चलाएं। ताज्जुब है कि कैची चलाने के बाद भी फिल्मों में कैची चलाने की गुंजाइश उतनी ही बनी रहती है।
अब सवाल यह है कि फूहड़ फिल्मों के दौर में (दौर इसलिए क्योंकि 10 में 8 फिल्में फूहड़ता की पराकाष्ठा पर बनती हैं) 'द महाभारत' जैसी एपिक फिल्म चल पाएगी? क्या यह वाकई आज की हाई-फाई, वाई-फाई जनरेशन को भाएगी? खैर यह तो फिल्म आने के बाद ही पता चलेगा, लेकिन आपको बता दें कि एक बार फिर साउथ वाले फिल्मों के बॉस निकले और अब तक की सबसे महंगी भारतीय फिल्म 'द महाभारत' बनाने के लिए 1000 करोड़ रुपये जुटा लिए।
कोशिश इससे पहले बॉलीवुड फिल्म निर्माताओं ने भी की, लेकिन पब्लिक डिमांड के चक्कर में कन्फ्यूज रहे और बना नहीं पाए। यही रवैया रहा तो पब्लिक डिमांड आगे भी पूरी करते जाएंगे।
दुनिया के फिल्म जगत में यह भारतीय फिल्म मील का पत्थर साबित होगी। हॉलीवुड में औसतन एक ठीक-ठाक फिल्म के लिए 600 से 700 करोड़ रुपये बजट रखा जाता है। अब तक केवल जेम्स कैमरून ने ही सबसे महंगी फिल्म अवतार 1200 करोड़ के बजट में बनाई। वहीं भारत में अब तक की सबसे महंगी फिल्म रजनीकांत की रोबोट 2 होगी जो कि 400 करोड़ में बनी है। वहीं रोबोट के बाद बाहुबली का दूसरा पार्ट 250 करोड़ में बनकर तैयार है। तीसरी सबसे महंगी भारतीय फिल्म भी बाहुबली का पहला पार्ट और सलमान खान अभिनीत प्रेम रतन धन पायो रही, इनके लिए 180 करोड़ रुपये खर्च किए गए। देखा जाए तो ऊपर से 4 नहीं तो तीन सबसे महंगी फिल्में साउथ वालों के हिस्से में ही रहीं। इसके बाद धूम3 (175 करोड़), दिलवाले (165 करोड़), बैंग-बैंग (160 करोड़), हैप्पी न्यू ईयर (150 करोड़) और बाजीराव मस्तानी (145 करोड़) रहीं। यह 10 सबसे ज्यादा बजट वाली भारतीय फिल्मों की लिस्ट है, जिसमें लीड साउथ ही कर रहा है।
आपको बता दें कि संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में रहने वाले अरबपति भारतीय व्यापारी फिल्म ‘द महाभारत’ पर एक हजार करोड़ रुपये लगा रहे हैं। हिन्दू महाकाव्य महाभारत पर अब तक की यह सबसे बड़ी मोशन पिक्चर होगी।
जाने-माने विज्ञापन फिल्म निर्माता वी ए श्रीकुमार मेनन इस फिल्म का निर्देशन कर रहे हैं। फिल्म का निर्माण दो हिस्सों में किया जाएगा। फिल्म की शूटिंग सितंबर 2018 में शुरू होगी और 2020 की शुरुआत में फिल्म के रिलीज होने की उम्मीद है। फिल्म के पहले हिस्से के रिलीज होने के 90 दिन बाद दूसरा हिस्सा रिलीज किया जाएगा।
फिल्म का निर्माण कर रहे धारावाहिक उद्यमी और अरबपति बी आर शेट्टी की कंपनी के अनुसार यह फिल्म मुख्य रूप से अंग्रेजी, हिन्दी, मलयालम, कन्नड़, तमिल और तेलगु में बनाई जाएगी और प्रमुख भारतीय भाषाओं और विदेशी भाषाओं में डब किया जाएगा।
इस फिल्म में अकादमी अवॉर्ड विजेताओं और विश्व सिनेमा की कुछ महान हस्तियां भी शामिल होंगी।
फिल्म में भारतीय सितारों के साथ हॉलीवुड के कुछ बड़े सितारे भी नजर आएंगे।
महाभारत की कहानी दिखाने के लिए प्रसिद्ध साहित्यकार ज्ञानपीठ अवॉर्ड विजेता एमटी वसुदेवन नायर की नॉवेल 'रंदामुझम (द सेकंड टर्न)' की मदद ली जा रही है।
अंत में सबसे बड़ी बात जो केंद्र में मोदी और यूपी में योगी के सपने के सच करने सरीखी जैसी है, वो यह कि फिल्म को बनाने वाली कंपनी के फाउंडर और चेयरमैन बीआर शेट्टी ने बताया है कि फिल्म बनाने का उद्देश्य वैश्विक स्तर पर प्राचीन महाभारत को दिखाने का है। इसमें शामिल पात्र पूरी दुनिया में अपनी छाप छोड़ेंगे और यह मेक इन इंडिया के कॉन्सेप्ट पर बन रही है।
उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि फिल्म 100 से ज्यादा भाषाओं में तैयार होगी। इससे दुनिया के 3 बिलियन लोग देख सकेंगे।