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भारत अपने मंदिरों के लिए बेहद प्रसिद्ध है। इसके साथ ही मंदिरों में दान करना एक बहुत पुण्य का काम माना जाता है। कुछ एक मंदिर ऐसे भी है जहां धनदान इतना अधिक होता है कि वे एक राज्य से भी अधिक अमीर हैं। पुण्य लाभ के लिए लाखों लोग करोड़ो ही नहीं, बल्कि अरबों-खरबों को दान इन मंदिरों में करते हैं। आइए देखते हैं, कौन से मंदिर हैं देश में सबसे अमीर:
श्री पद्मनाभस्वानी मंदिर, तिरुवनंथपुरम, केरलश्री पद्मनाभस्वामी मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है। यह 108 पवित्र देशम में से एक है। मान्यता है कि यहां भगवान विष्णु की प्रतिमा यहां मिली थी। शेषनाग पर विराजित भगवान विष्णु की यह प्रतिमा 12008 सालाग्रामम् से बनी है। इस मंदिर के तहखानों में इतना धन है कि शायद उसका कोई अनुमान ही न लगा सके।
तिरुपति वेंकटेश्वर मंदिर, तिरुमला, आंध्र प्रदेशतिरुपति वेकटेश्वर मंदिर काफी प्राचीन और मान्यता प्राप्त मंदिर है। भगवान विष्णु को समर्पित इस मंदिर में साल भर ही श्रद्धालुओं को तांता लगा रहता है। तिरुपति की सातवीं चोटी पर बने इस मंदिर में रोजाना करीब 60 हजार श्रद्धालु प्रतिदिन आते हैं। कहा जाता है कि इस मंदिर में चढ़ावा कुबेर से लिए उधार का ब्याज है। सालाना 650 करोड़ का चढ़ावा प्राप्त करने वाले इस मंदिर के पास लाखों करोड़ का खजाना है। इस की ख्याति पूरी दुनिया में फैली हुई है।
शिरडी साईं बाबा मंदिर, शिरडी, महाराष्ट्र शिरडी साईं बाबा मंदिर भारत के सबसे विख्यात मंदिरों में से एक है। साईं बाबा स्वयं एक संत थे, लेकिन उनके कई भक्त मानते हैं कि वे भगवान विष्णु का ही एक रूप हैं। इस मंदिर में रोजाना 20 हजार श्रद्धालु आते हैं। इस मंदिर में साई बाबा के गहनों की कीमत करीब 100 करोड़ हैं। इसके अलावा मंदिर के पास 625 करोड़ से ज्यादा की एफडी भी है।
पुरी जगन्नाथ मंदिर, पुरी, ओडीशापुरी का सुप्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर हिन्दू धर्म के चार धामों में से एक है। इस मंदिर में भगवान के साथ जगन्नाथ, बालभद्रा और सुभद्रा की प्रतिमाओं की भी अराधना की जाती है। इस मंदिर की रथयात्रा पूरी दुनिया में मश्हूर है। अरबों के आभूषणों, सोने-चांदी को गहनों और हीरों के चढ़ावे के कारण यह उत्तर-पूर्व भारत का सबसे अमीर मंदिर है।
सिद्धिविनायक मंदिर, मुंबई, महाराष्ट्रभगवान श्री गणेश को समर्पित मुंबई का सुप्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर में एक छोटा सा मंडप है, जिसमें भगवान गणपति की प्रतिमा विराजित है। कहा जाता है कि यहां मांगी गई हर मन्नत पूरी होती है। इस मंदिर की ख्याति इतनी ज्यादा है कि यहां कई अभिनेता और नेता आते रहते हैं। इस मंदिर में सालाना 100-150 करोड़ का चढ़ावा आता है। मुंबई का सबसे अमीर यह मंदिर, देश का पांचवा सबसे धनी मंदिर है।
वैष्णों देवी मंदिर, कटरा, जम्मू और कश्मीरवैष्णु देवी मंदिर देश के सबसे ऊंचे और पवित्र मंदिरों में से एक है। माता वैष्णों को समर्पित इस मंदिर में देश से ही नहीं, विदेशों से भी लाखों श्रद्धालु आते हैं। कटरा के इस मंदिर में हर साल अरबों को चढ़ावा आता है।
सोमनाथ मंदिर, सौराष्ट्र, गुजरातसोमनाथ मंदिर भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। इस मंदिर पर कई बार आक्रमण हुआ, लेकिन यह फिर से खड़ा होता रहा। सोमनाथ के किनारे से लेकर अंटार्टिका तक सीधी रेखा की बीच कोई भूमि नहीं है। यहां लाखों लोग सप्ताह भर में दर्शन के लिए आते हैं। मंदिर के ट्रस्ट के नाम पास खरबों रुपए की संपत्ति दर्ज है।
मीनाक्षी मंदिर, मदुरै, तमिल नाडुप्राचीन मीनाक्षी मंदिर देवी पार्वती को समर्पित है, जिन्हें ‘मीनाक्षी अम्मा’ भी कहा जाता है। 15 से 25 हजार श्रद्धालु यहां प्रतिदिन दर्शन करते हैं। इस मंदिर में 33 हजार से अधिक मूर्तियां है। इस मंदिर को दक्षिण भारत का तीसरा सबसे धनी मंदिर माना जाता है।
स्वर्ण मंदिर, अमृतसर, पंजाबहरमंदिर साहिब कहें या दरबरा साहिब, स्वर्ण मंदिर के कई नाम और भी हैं। पंजाब के अमृतसर शहर में स्थित इस पवित्र सिख स्थान के चारों तरफ एक सरोवर है जिसमें माना जाता है कि ‘अमृत’ है। ऊपर की मंजिले पूरी तरह सोने से बनी है, जिसकी वजह से इसे स्वर्ण मंदिर कहा जाता है। करीब 35,000 लोग यहां रोजाना आते हैं और हजारों लोग प्रतिदिन यहां का ‘लंगर’ खाते हैं ।यह उत्तर भारत का सबसे धनी मंदिर है।
काशी विश्वनाथ मंदिर, वाराणसी, उत्तर प्रदेश
भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर पूरे भारत में बेहद विख्यात है। शिव की नगरी कहे जाने वाले वाराणसी में स्थित यह मंदिर गंगा के पश्चिमी किनारे पर है और 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। कुछ लोग इसे भी ’स्वर्ण मंदिर’ कहते हैं क्योंकि इसके शिखर पर 15.5 मीटर की सोने की प्लेटिंग है।