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लोग शादी में अलग दिखने के लिए क्या-क्या तैयारियां नहीं करते। लड़कियां शादी के 6 महीने पहले से ही अलग दिखने के लिए कई खास तैयारियां करती हैं। दुल्हन की जान लहंगे में बसी होती है तो दूल्हे की शेरवानी में। अच्छा दिखने के लिए गहने से लेकर लहंगे तक सब कुछ पर्फेक्ट होने चाहिए। शादी की तैयारियां चाहे जितनी भी हो जाएं, आखिरी समय तक भी कुछ न कुछ कमी रह ही जाती है। छोटे-मोटे काम न भी हुए हों तो चलता है लेकिन शादी के दिन ही अगर कोई बड़ी गड़बड़ी हो जाए तो पूरा मजा किरकिरा हो जाता है। कुछ ऐसा ही हुआ इस महिला के साथ।
दरअसल दिल्ली की एक महिला ने अपनी शादी के लिए खास लहंगा सिलवाया था। लेकिन ये लहंगा महिला को दो इंच छोटा पड़ रहा था। जिसकी वजह से अपनी शादी में महिला को शर्मिंदगी उठानी पड़ी। मामला 2008 का है। महिला ने लहंगे वाले के खिलाफ कोर्ट केस कर दिया।
महिला को अपनी शादी के दिन अपने नॉर्मल साइज से छोटा लहंगा पहनने की शर्मिंदगी उठानी पड़ी थी। बाद में जब महिला फिर से स्टूडियो गई तो वहां के मैनेजर ने यह कहते हुए लहंगा रख लिया कि उसके यहां स्टाफ की कमी है और काम ज्यादा है। इसके बाद जब लहंगा वापस आया तो उसमें ज्वॉइंट लगा था। लहंगे का छीछालेदर करके जब मैनेजर ने इसे महिला को सौंपा तो उसकी जान निकल गई। यह लहंगा पहनने लायक ही नहीं बचा था। इसके अलावा लहंगे में ज्वाइंट लगाकर उसे ठीक करने के लिए पैसे भी मांगे गए थे। लड़की ने हिम्मत नहीं हारी और उसने कंज्यूमर डिपार्टमेंट में शिकायत कर दी थी।
लगभग 8 साल चली इस लड़ाई में दिल्ली की दुल्हन को इंसाफ मिला। 'चांदनी चौक ब्राइडल स्टूडियो' को लहंगे की कीमत यानि 64,000 रूपए महिला को अदा करने पड़े। इसके अलावा 'दिल्ली स्टेट कंज्यूमर डिस्प्यूट्स रिड्रेसल कमीशन' ने स्टूडियो को निर्देश दिया कि महिला को हैरेसमेंट और शर्मिंदगी सहने के लिए 50,000 रुपए का जुर्माना भी दे।
हालांकि इस मामले में 8 साल का लंबा वक्त जरूर लगा हो लेकिन आखिरकार दिल्ली की दुल्हन को इंसाफ मिल गया।
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