Home Feminism Esha Gupta The Solo Traveler

सिर्फ एक मेसेज देने के लिए तय किया 16 राज्यों और 30000 किमी का सफर, ईशा ने

Shivendu Shekhar/firkee.in Updated Mon, 05 Dec 2016 07:48 PM IST
विज्ञापन
esha gupta biker 3
esha gupta biker 3
विज्ञापन

विस्तार

लड़कियां तुम ये नहीं कर सकती वो नहीं कर सकतीं। तुम्हें ये नहीं करना चाहिए। तुम्हें वहां नहीं जाना चाहिए। ये सेफ नहीं होगा, वो सेफ नहीं होगा। इंडिया बहुत ही बेकार जगह हो गई है। लड़कियां यहां कभी सेफ नहीं हो सकतीं। और भी एक नहीं हज़ारों बातें जो लड़कियों को घर में बांध के बिठाने के लिए घर वाले करते आए हैं।

लेकिन इसी बीच एक और लड़की आती है। नाम है ईशा गुप्ता। लखनऊ की रहने वाली हैं। वैसे इशा का अपना केरला से भी रिश्ता है। इनकी मम्मी केरला से हैं। ईशा जब बड़ी हुईं तो अपनी पढ़ाई खत्म करने के बाद। ओबेरॉय ग्रुप से जुड़ गईं। काम किया। कुछ दिन और किसी बड़ी कम्पनी में काम किया। फिर सब छोड़-छाड़ के घूमने निकल गईं।

source: Yourstory.com
source: Yourstory.com

ईशा अभी 37 साल की हैं। सिर्फ ये बताने के लिए कि 'इंडिया सेफ नहीं है' यह एक बेहद ही बकवास बात है। इसके लिए अकेले बाईक से निकल गईं इंडिया घूमने और एक ही बार में 16 राज्यों के चक्कर काट लिए। और इसी के साथ ये रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया।

रिकॉर्ड: एक देश के अंदर किसी लड़की द्वारा बाईक से घुमा गया सबसे लम्बा ट्रिप था ये।

yourstory से बात करते हुए ईशा कहती हैं, "मैं सभी को ये बताना चाहती हूं कि आप जो इंडिया लड़कियों के लिए सेफ नहीं-सेफ नहीं कहते रहते हैं, ऐसा कुछ भी नहीं है। मैंने अकेले इतनी लम्बी बाईक जर्नी की और मैं उस बात को बिलकुल नहीं मानती।"

source: facebook
source: facebook

इसी बात को आगे बढ़ाते हुए, ईशा फिर से कहती हैं, "इसका ये कतई गलत मतलब नहीं निकलना चाहिए कि मैं उन कुछ बेवकूफों को चैलेंज करने की कोशिश कर रही हूं। लेकिन हम लोग अपने देश की सभी अच्छाइयों को भूल के सिर्फ और सिर्फ इसकी कुछ कमियों पर लगातार बातें करते रहते हैं। और मेरा अकेले घुमने का मतलब भी यही था कि लोग अपने देश की अच्छाइयां भी जानें।"

इस जर्नी से पहले जब ईशा जॉब कर रही थीं। तो वो इस सब से निकल कर थोड़ा ब्रेक लेना चाह रहीं थीं। वो होता नहीं है, इंसान रोज एक ही जैसा काम करके थक जाता हो। और फिर ईशा ने घूमने का सोचा। दोस्तों से हेल्प लिया। बाईक चलाना सीख गईं। फिर अपनी एक बाईक खरीदी। बजाज एवेंजर, और इसको नाम दिया 'मिक्की'। यह बात है 2012 की।

source: facebook
source: facebook

और फिर साल आया, 2016। 26 जनवरी 2016 को ईशा ने बेंगलुरु से अपनी जर्नी शुरू की। और फिर अगले 110 दिनों तक ईशा की दुनिया थी, ये बाईक, खुद ईशा और हिन्दुस्तान की सडकें और कुछ अजनबी। 26 जनवरी 2016 को शुरू हुई यह जर्नी खत्म हुई 14 मई 2016 को।

और इस बीच ईशा ने 16 राज्यों और 30000 किमी की जर्नी पूरी कर ली। ओडिशा, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश जैसे राज्य ईशा ने घूम लिया। इस काम में उनका साथ दिया, इंडियन ऑयल, बजाज एवेंजर क्लब, और फ्लिप कार्बन ने।
 
source: yourstory
source: yourstory

अपने ट्रिप के एक्सपीरियंस को लेकर ईशा कहती हैं, "जर्नी में आप जितना कुछ सीखते हैं, उतना आप और कहीं नहीं सीख सकते।"


अपने ट्रिप का एक किस्सा सुनाती हैं। कहती हैं, मदुरई,तमिलनाडु के पास एक लोकल फैमिली के पास मैं रुकी। तो वो लोग सिर्फ मुझे अच्छे से सोने के लिए खुद ज़मींन पर सो गए। ताकि मैं बेड पर सो सकूं। उनके पास एक ही बेड था, घर पर।

ऐसा ही एक बार ओडिशा में भी हुआ। बारिश शुरू हो चुकी थी। मेरे बाईक का स्पीडोमीटर खराब हो गया था। मेरा फोन भी बंद हो गया था। और अब रास्ते का भी अंदाजा नहीं था। तब एक होटल के पास रुक गईं। होटल वाले होटल बंद कर रहे थे। जब उनसे बात हुई तो। उन्होंने फिर से होटल को खोला और खाना-वाना खिलाया।

source: Facebook
source: Facebook

आखिरकार ईशा कहती हैं, "अगर आपको किसी चीज़ को गलत साबित करना है तो पहले आपको खुद को इस डर से बाहर निकलना होगा कि कहीं मैं ही गलत साबित ना हो जाऊं। अपनी क्षमता पहचानिये और बस बढ़ जाइए। हारने का डर आपको कहीं पहुंचने नहीं देगा।"

अब एक और बात बतात हूं, जो कही गई है कि महिलाएं पुरुषों से कहीं ज्यादा सामर्थ्यवान हैं और उनसे बेहतर काम करने की क्षमता रखती हैं। अब भरोसा हो गया न?
 

सोचिए, अगर हमारे-आपके शहरों और गांव से अगर और भी ऐसी हज़ारों लाखों लड़कियां निकलें तो देश कहां पहुंच जाएगा! सोचियएगा और जरूरी हो तो अपने चाचा, ताऊ सब को बताइएगा,ईशा का किस्सा।

Firkee.in और भी किस्से मिलेंगे आते रहिए!


विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन

Disclaimer

अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।

Agree