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रेप के बाद एक औरत बुरी तरह ही नहीं पूरी तरह टूट जाती है। सात मर्द जिस औरत के उपर अपनी मर्दानगी दिखाते हैं उस औरत को जमाना 'स्लट' (रंडी) कहने लगता है। मर्द अपना जोश एक औरत पर आजमा कर खुश होता है, जमाने में आंख उठा कर चलता है और वो औरत जिस पर ताकत आजमाया गया होता है उसे जमाने में जीने नहीं दिया जाता है।
Heidi Williams के साथ भी ऐसा ही हुआ। बेचैनी, डिप्रेशन और PTSD (Post-traumatic stress disorder) जैसी समस्याओं से वो बुरी तरह जूझ रही थीं, तब उन्हें योग ने सुकून और शांति दी। जिस वक़्त वो अपने 6 माह के बच्चे को लगभग खो चुकी थीं, तब उन्होंने सुसाइड करने की कोशिश भी की थी। बेशक एक औरत को जब कुछ नहीं सुझेगा तो वो यही कदम उठा लेगी। लेकिन योग के निरंतर अभ्यास ने उनकी बेरंग ज़िन्दगी में फिर से रंग भर दिए। अब वो उन लोगों की मदद करने लगी हैं, जिन्हें सचमुच योग को अपनाने की ज़रुरत है।
पूरी तरह से ठीक होने के बाद विलियम ने ऑनलाइन सपोर्ट ग्रुप के माध्यम से लोगों को सेल्फ हिलींग प्रोसेस के लिए प्रेरित करना शुरू किया। इससे लोग एक-दूसरे से जुड़े. वो सोशल मीडिया पर भी अपनी लाइफ के ख़ुशी के पलों, योग के साथ बिताये लम्हों और बॉडी के खूबसूरत मूव्स को शेयर करती रहती हैं। जिसके कारण उनके दिमाग और शरीर को शांति मिली। वो चाहती हैं कि ज्यादा से ज्यादा लोग योग अपनाएं। इससे सभी का भला हो सकता है।
विलियम ने शेयर किया कि 'मै रेप के बाद टूट चुकी थी, जीने की आस छोड़ चुकी थी। मैने ख़ुदकुशी करने की भी कोशिश की, लेकिन नाकाम रही। मुझे योग से काफी मदद मिली। मैने जीना शुरू कर दिया।
मानसिक तनाव से गुजरते हुए कोई भी लड़की खुदकुशी जैसा कदम ही उठाएगी। रेप के बाद एक औरत अपना अस्तित्व खो देती है। उसमें शायद ही कुछ इंसान का अंश जीवीत रह जाता है। मैने कभी इस दर्द को महसूस नहीं किया लेकिन मै एक लड़की की भावना को समझ सकती हूं। अगर योग ने विलियम को दुबारा जीने का मकसद दिया तो यह बेहद गर्व की बात है। आज भारत में ही नहीं दुनिया के हर एक सेकेंड में एक रेप होता है लेकिन हर लड़की विलियम की तरह नहीं....