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वक्त की मार कब और कैसी पड़ती है, इसका पहले से पता नहीं चलता। लेकिन कठिन समय में संयम का साथ नहीं छोड़ने से ही मुश्किलें आसान होती हैं। कुछ इसी तर्ज पर जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं ऑटो रिक्शा चालक मोहम्मद सईद।
सईद के दो बच्चे हैं और उनकी पत्नी को लकवा मार गया है। वह पत्नी के इलाज को पैसा जुटाने के लिए अपने ढाई वर्ष के बेटे को गोद में लेकर ऑटो रिक्शा चला रहे हैं।
मुंबई के वर्सोवा इलाके में ऑटो चला रहे सईद की मुश्किलों से दुनिया तब बाबस्ता हुई जब इंस्टाग्राम और ट्विटर पर उनकी तस्वीर दिखाई दी। सईद यूपी में गोरखपुर के रहने वाले हैं।
सईद की पत्नी यास्मीन को करीब तीन हफ्ते पहले स्ट्रोक के कारण लकवा मार गया है। वह अपने ढाई साल के बेटे मुजम्मिल को भारी गर्मी के बीच गोद में बिठाकर ऑटो से सवारियां छोड़ रहे हैं। उनकी तीन साल की बेटी भी है, जिसकी देखभाल एक पड़ोसी कर रहा है।
सईद के मुताबिक पड़ोसी के तीन बच्चे हैं। ऐसे में छोटे से घर में उसके भी दो बच्चों की देखभाल कर पाना काफी मुश्किल था। यास्मीन के परिजन बंगलूरू में रहते हैं। उन्होंने भी मुंबई आने असमर्थता जता दी थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सईद ने बताया कि इन हालात में घर और बच्चों की देखभाल की सारी जिम्मेदारी उसके सिर आ गई।
एक एनजीओ के जरिये सईद की मदद की अपील की जा रही है, मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एनजीओ के एक अधिकारी ने बताया है कि लोग अकाउंट में पैसे जमा करवा रहे हैं और मदद की कॉल्स भी आ रही है। हालांकि सईद को अभी यह नहीं पता कि उसे कितनी मदद मिल चुकी है लेकिन उसने लोगों का शुक्रिया अदा किया है।