विस्तार
वो कहते हैं ना कि प्रतिभा किसी कि मोहताज़ नहीं होती, उन्हें जरूरत होती है तो बस एक खास मौके की। दिल्ली के बवाना की इन तीन स्कूल गर्ल्स के साथ भी कुछ ऐसा ही है। वहां के एक छोटे से स्कूल में पढ़ने वाली इन तीन लड़कियों ने गांव वालों के लिए एक खास डिवाइस बनाई है, जो उनके लिए बहुत उपयोगी हो सकती है।
ये तीन लड़कियां हैं खुशी, रोजी और रानी कुमारी, जो दिल्ली के बावाना में रहती हैं। इन्होंने एक ऐसी डिवाइस बनाई है जो आसानी से बता पाएगी के पानी पीने के लायक है कि नहीं।
खुशी का कहना है कि
“हमें बताया गया कि हमें अपने एक आइडिया के साथ एक क्विज कॉम्पीटीशन में जाना है, तब हमने डिसाइड किया की हम ये खास डिवाइस बनाएंगे"।
ये क्विज थी ‘इंटेल टेक चेलेंज प्रोग्राम’ की, जो कि एक ऐसा प्लेटफॉर्म है ,जहां पर 12 साल तक के बच्चे अपने साइंटिफिक आइडिया शेयर कर सकते हैं और बना सकते हैं, उनके स्कूल में एक मेंटर अपॉइंट किया जाता है। इन लड़कियों ने पूरे वीक मेहनत करने के बाद ये कमाल की डिवाइस बनाई, हालांकि ये अभी उसका पहला ही एडिशन है।
इन लड़कियों का कहना है कि
“हमारे पेरेंट और टीचर इससे बहुत खुश हैं, जो हमने करके दिखाया है। यहां तक कि हमारे पड़ोसी और गांव वाले भी हमारी तारीफ कर रहें हैं।
शायद वो लड़कियां भी अभी तक ये नहीं जानती हैं कि उनकी ये डिवाइस गांव वालों के लिए कितनी उपयोगी साबीत होगी। इसकी बदौलत उन्हें साफ पानी की पहचान आसानी से हो सकती है।
इस डिवाइस को एक डेटा केबल की मदद से लैपटॉप से कनेक्ट करना होता है और फिर ये उपयोग करने के लिए तैयार है। लड़कियों का कहना है कि इस डिवाइस के साथ जुड़े एक टबलर को पानी के गिलास में डालना होता है, इसके बाद इंडिकेटर ये बता देता है कि पानी कितना साफ है या पीने के लायक है कि नहीं।
खुशी का कहना है कि
“अब हम एक और विकसित डिवाइस बनाने के बारे में सोच रहे हैं, जो इससे कई गुना ज्यादा विकसित और मददगार साबित होगी”।