विस्तार
आज की तारीख में काजू 800 से 1000 रुपये प्रति किलो बिकता है। ड्राई फ्रूट्स में काजू का रुतबा ऐसा है कि आम आदमी 10 रुपये की मूंगफली खाता है और कल्पना काजू की कर लेता है। खासकर बिहार और पूर्वाचल के कई इलाकों में गरीबों के बीच मूंगफली को 'काजू' ही बुलाने की परंपरा चल निकली है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अपने ही देश के एक शहर में काजू वाकई मूंगफली से सस्ता बिक रहा है। आलम यह है कि इसे आलू-प्याज से भी सस्ता कहा जा रहा है।
एनडीटीवी इंडिया की खबर के मुताबिक झारखंड के जामताड़ा में नाला (यह गंदे वाला नाला नहीं, इलाके का नाम है) इलाके में 10 रुपये से लेकर 20 रुपये प्रति किलो के हिसाब से ताजे काजू मिल जाते हैं। और तो और यहां कि सरकार को किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए काजू की कीमतों में इजाफा करने का वादा करना पड़ रहा है। कुल मिलाकर स्थानीय स्तर पर काजू 'हॉट टॉपिक' है। इतने सस्ते काजू के पीछे है एक दिलचस्प दंतकथा भी है।
लोगों की मानें तो काजू की पैदावार इस इलाके में कुछ ही वर्षों में होने लगी है। जामताड़ा के पूर्व उपायुक्त कृपानंद झा को काजू इतने पसंद थे कि उन्होंने काजू के बागान लगाने की ठान ली। वह ओडिशा गए और काजू की खेती के लिए जानकारी जुटाई। उन्होंने कृषि वैज्ञानिकों की मदद लेकर जामताड़ की मिट्टी-पानी की जांच कराई ताकि बागानी की अनकूलता का पता चल सके। आखिरकार पहल रंग लाई और इलाके में काजू की बागबानी सफल साबित हुई।
कृपानंद झा के बाद निमाई चन्द्र घोष एंड कंपनी ने बागान की निगरानी का जिम्मा लिया है। तीन साल के लिए कंपनी ने तीन लाख रुपये भी खर्च किए हैं। अनुमान के मुताबिक बागान में हर साल हजारों क्विंटल काजू पैदा होते हैं।
स्थानीय लोग बताते हैं कि काजू की बागवानी तो ठीक होती है लेकिन सुरक्षा के अभाव में लोग उन्हें तोड़ ले जाते हैं। राज्य सरकार से कई दफा बागबानी की सुरक्षा के लिए मदद मांगी गई, लेकिन अब तक उसका कोई खास असर नहीं हुआ है। पिछले वर्ष जरूर सरकार ने नाला इलाके में 100 हेक्टेयर जमीन पर काजू पैदा करने की बात को मंजूरी दी थी, लेकिन अभी तक योजना पर काम शुरू नहीं हुआ है। मेट्रो शहरों में जहां काजू की कीमतें आसमान छू रही हैं वहीं यहा की सरकार किसानों को काजू की अच्छी कीमत दिलाने का वादा कर रही है।
मेडिकल साइंस भी मानती है कि काजू सेहत की खान है। सबसे बड़ा फायदा तो जानकर आप इसका सेवन किए बिना रह ही नहीं पाएंगे। आज की भागम-भाग वाली लाइफ में मूड खराब हो आम बात है। कई लोग तो इसके लिए कई बार महंगी फीस वाले मनोविज्ञानियों के क्लीनिक का रुख कर लेते हैं, लेकिन काजू में वह ताकत है जो कि आपका मूड सही कर सकता है। दो-चार काजू चबाने से ही आप रिलेक्स फील करेंगे। रोजाना की डाइट में इसे इस्तेमाल करना अच्छा रहेगा।
प्रोटीन से रिच होते हैं काजू, इसलिए बालों और त्वचा के लिए रामबाण है। इससे आपकी ब्यूटी मेंटेन होती है। मोटापे की वजह कॉलेस्ट्रॉल का काजू दुश्मन है। यह जल्दी डाइजेस्ट हो जाता है। आयरन भी इसमें ठीक-ठाक मिल जाता है। चिकित्सक कहते हैं कि इसके सेवन से खून की कमी को दूर किया जा सकता है।
इसके नियमित सेवन से याददाश्त भी मस्त हो जाती है। ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल में रहता है। इसमें पाए जाने वाले सैचुरेटड फैट की वजह से दिल दुरुस्त रहता है। एंटी ऑक्सीडेंट की मात्रा भरपूर होती है। कुलमिलाकर कई बीमारियों से काजू बचाए रखता है।