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एक औरत क्या नहीं कर सकती। औरतों को अबला कहने-समझने वाले इस समाज को कई चपेड़ औरतों ने अपने झुझारूपन से मारे हैं। औरत का हौसला और हिम्मत मर्दों की ताकत से बड़ा है...
इसी का एक उदाहरण है गीता टंडन जो बेहद ही कम उम्र जिंदगी हर सच्चाई से रू-ब-रू हुईं। हम अकसर गीता जैसी कई औरतों के किस्से-कहानियां सुनते हैं मगर गीता खास इसलिए हैं क्योंकि वो फिल्मों से जुड़ी हैं। वो फिल्मों में होती हैं, मगर नज़र नहीं आती। गीता बॉलीवुड की
‘हीरोइनों’ को वुमेन से
‘सुपरवुमेन’ बनाती हैं। पर्दे के पीछे ही सही..
गीता की कहानी सिर्फ़ हिम्मत, हौसले और संघर्ष की कहानी नहीं बल्कि वो कहानी है जो पर्दे पर पचाने की हिम्मत हमारे समाज में है ही नहीं। गीता एक प्रेरणा हैं।
गीता की कहानी हम सुना सकते हैं मगर उसे बर्दाश्त करने की हिम्मत हमारे अंदर नहीं। गीता की दास्तां के कुछ अंश, जो बयां करते हैं कि गीता ने क्या-क्या सहा है:
गीता की कहानी को BLUSH की डॉरेक्टर जोएना एम सिक्वेरा ने खोजा। जोएना गीता की कहानी से खूब प्रभावित हुई।
गीता से बात करने में शुरुआती झिझक तो जोएना को भी हुई, मगर गीता के नज़रिए ने उनको और भी प्रभावित किया।
जोएना ने कहा,
“वो ज़िंदगी खुल कर जीती है और मुझे काम के प्रति उसके जूनून से प्यार हो गया। उसने ज़िंदगी का डट कर सामना किया। आप इस तरह की कहानी दुनिया तक कैसे नहीं पहुंचा सकते।”
जिस भी औरत को ज़िंदगी में दबाया जाता है, दर्द मिलता है, ज़ख्म मिलता है, उसे कभी हार नहीं माननी चाहिए। बंदिशें तोड़ कर देखिए, चारदीवारों के बाहर की ज़िंदगी बेहद खूबसूरत है। ज़िंदगी का अच्छा दौर भी आएगा। बस थोड़ा सब्र रखें।
गीता ने अपनी ज़िंदगी को खास बनाया। वो अपने बच्चों को और पढ़ाना चाहती हैं। वो खुद बॉलीवुड की एक्शन डॉयरेक्टर बनना चाहती हैं..
गीता ने दर्द भी झेला है और दुख भी, मगर उनके चेहरे की मुस्कान आज भी कायम है। देखिए गीता पर बना यह वीडियो -
https://youtu.be/MSVOWg3FTsI
वीडियो साभार - BLUSH