विस्तार
वो तो कहावत सुनी ही होगी कि आंखें, दिल की जुबां होती हैं या यूं कहें कि दिल का हाल आंखें बयां कर देती हैं। इशारा तो आप समझ ही रहे होंगे। लेकिन जनाब इतनी जल्दी क्या है मतलब निकालने की। जरा ठहरिए और नजरिया बदलिए।
तो चलिए जरा नजरिया बदलते हैं और आपको बताते हैं कि अब विज्ञान भी आंखें देखकर ही आपके दिल का हाल बता पाएगा। दरअसल, गूगल बाबा ने इसे इतना सीरियसली ले लिया कि आंखों से वाकई दिल का हाल पता करेगा। आपको यकीन नहीं आ रहा हो तो हम आपको पर्याप्त सबूत दे देते हैं।
अगर हमसे समझाने में कहीं चूक भी हो जाए तो घबराइएगा नहीं। स्लाइड के आखिर में वीडियो है। उसमें पूरी कहानी सिरे से अंत तक अच्छे से (अंग्रेजी में) समझाई गई है।
ये तो आप जानते ही हैं कि अपने गूगल बाबा को आज कितना ज्ञान है। ये ज्ञान आता है गूगल बाबा के पास उनके प्रोग्राम्स से। इन प्रोग्राम्स को बनाते हैं कुछ खास वैज्ञानिक लोग। इन्हीं लोगों ने खोज निकाला है वो तरीका कि आपकी आंखें देखकर गूगल आपके दिल का हाल बता दे। मसलन, आपका ब्लड प्रेशर या हार्ट अटैक की कितनी संभावना है आदि इत्यादि।
आप सोच रहे होंगे कि ऐसा किस आधार पर बताया जाएगा। तो जनाब वैज्ञानिक लोगों ने गूगल के प्रोग्राम में 2 लाख 80 हजार से ज्यादा मरीजों की फोटो फीड की है ताकि ये प्रोग्राम सही निर्णय में लेने में ज्यादा न चूके। ऐसा हुआ भी है। हालांकि ज्यादा सफलता हाथ नहीं लगी है रिपोर्ट्स की मानें तो गूगल के इस प्रोग्राम ने करीब 70 फीसदी सही परिणाम दिए हैं। लेकिन वैज्ञानिकों में उम्मीद जग गई है और जोश भी भरा है। और ज्यादा जानकारी के लिए आप वीडियो देख सकते हैं।