Home Fun New Way Of Child Trafficking Is Out In The Market

नवजात को मृत बताकर बाद में बेच देते हैं कुछ डॉक्टर

Apoorva Pandey/ firkee.in Updated Fri, 25 Nov 2016 04:55 PM IST
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मानव तस्करी
मानव तस्करी - फोटो : www.kidneystoners.org
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जिस घर में एक छोटा बच्चा आने वाला होता है उस घर की ख़ुशी का अंदाज़ा नहीं लगाया जा सकता। जितना इंतज़ार उस बच्चे का मां करती है उतना ही इंतज़ार घर के बाकि सदस्यों को भी होता है। लेकिन कई बार किस्मत ऐसा मोड़ लेती है कि कुछ कारणों से ये ख़ुशी गम में बदल जाती है।

पर्याप्त ध्यान न रखे जाने के कारण या कुछ अन्य मेडिकल कारणों की वजह से बच्चे की पैदा होते ही मौत हो जाती है। और ये मां और बाकी परिवारवालों के लिए किसी सदमे से कम नहीं होता। ऐसे में बहुत से लोग उस बच्चे को देखते भी नहीं केवल उसका डेथ सर्टिफिकेट लेकर घर चले जाते हैं। और यहीं कई बार खेल हो जाता है।

देश में कुछ अपराधियों ने चाइल्ड ट्रेफ़िकिंग का नया तरीका अपनाया है जिसमें वो पैदा होते ही बच्चे को मृत घोषित कर देते हैं और बाद में उन्हें ऐसे दंपतियों को बेच देते हैं जिनके किसी कारण वश बच्चे नहीं हो पाते। इन बच्चों की कीमत एक लाख से शुरू होती है।

CID पश्चिम बंगाल ने हाल ही में 13 लोगों को पकड़ा है जो ये काम कर रहे थे। कई मां-बाप ऐसे होते हैं जो अपने मृत बच्चे को नहीं देखते ऐसे लोगों का ही ये डॉक्टर फायेदा उठाते हैं। वो मां-बाप को इन बच्चों का डेथ सर्टिफिकेट दे देते हैं और बाद में इन बच्चों को दिल्ली-मुंबई जैसे शहरों में बेच देते हैं। यही नहीं ऐसे बच्चे यूएस तक में बेचे जाते हैं।

इस रैकेट ने देश के पूर्वी हिस्से में अपनी जड़े जमा राखी हैं। जिन लोगों को बच्चे खरीदने होते हैं वो ऐसे एनजीओ से संपर्क साधते हैं जो अनाथ बच्चों को आसरा देते हैं। साथ ही इसमें कई छोटे नर्सिंग होम शामिल हैं। ये एनजीओ के कमीशन एजेंट होते हैं जो इन नर्सिंग होम के डॉक्टर और नर्सों से मिलकर इस काम को अंजाम देते हैं। ये बच्चे को मृत घोषित करके मां-बाप को बिना बच्चा दिखाए डेथ सर्टिफिकेट दे देते हैं। इस काम के लिए सभी को बहुत पैसे मिलते हैं।

साथ ही लड़का-लड़की का अलग-अलग रेट है और इसमें त्वचा के रंग के हिसाब से भी मोल-भाव किया जाता है। ये रैकेट पिछले तीन साल से कोलकाता में चल रहा था। सी आई डी के डिप्टी इंस्पेक्टर जेनरल भारत लाल मीना ने बताया है कि जब उन्होंने बदुरिया के एक नर्सिंग होम में छापा मारा तब पूरी बात का पता चला। 

यहां से पुलिस को सूती कपड़े में लिपटे 2 नवजात भी मिले जिन्हें खरीददारों को दिया जाना था। इससे पहले ये सिंगल मदर्स को टारगेट किया करते थे इसके अलावा ये ऐसे लोगों से भी संपर्क साधते थे जो अपने पार्टनर को चीट करते थे।

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