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शादी के बाद एक वर्किंग वुमेन के लिए चीजों को मैनेज करना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। घर-गृहस्थी उसके बाद अॉफिस। यही कंडीशन तब भी होती है जब पढ़ाई के दौरान ही शादी हो जाए और बच्चे भी हो जाएं। चूंकि बच्चों को संभालने में मां की ही जिम्मेदारी ज्यादा होती है, इसलिए ये महिला स्टूडेंट अपने बच्चे को कॉलेज लेकर चली आई। महिला ने सोचा कि बच्चे को क्लास अटेंड करते वक्त कहीं उचित जगह बैठा देगी। लेकिन ऐसा न हो पाया।
उस मां को बच्चे को बैठाने के लिए कोई जगह नहीं मिली। इसलिए उसने क्लास अटेंड न करने की सोची और अपने प्रोफेसर को मेल कर दिया। लेकिन प्रोफेसर ने मेल पढ़कर उसे क्लास अटेंड करने की छूट दी। मां ने क्लास अटेंड की और प्रोफेसर ने खुशी-खुशी लेक्चर भी दिया।