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शिमला एक ऐसी जगह है जहां लोग गर्मियां हों या सर्दियां, हर मौसम में जाना पसंद करते हैं। यहां सैलानियों की कमी कभी नहीं रहती। लेकिन अगर आप इन सर्दियों में बर्फ के फाहों का मजा लेने के लिए शिमला जा रहे हैं तो इस 'बुक कैफे' को भी अपनी लिस्ट में शामिल कर लीजिये। इसके नाम से ही जाहिर होता है कि यहां रोचक किताबों की भरमार होगी, लेकिन अगर आपको किताबें पढ़ने का शौक नहीं भी है तो भी यहां जाने के लिए आपके पास वजह है। यहां के स्नैक्स की तारीफ होती है, और उनकी भी जो उन्हें तैयार करते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शिमला के पास कठु जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे कैदी यहां स्नैक्स बनाते हैं और आपको परोसते हैं। ये कैदी कैफे के समयानुसार यानी सुबह 10 बजे से रात 9 बजे तक कैफे में काम करते हैं, इसके बाद उन्हें जेल ले जाया जाता है। इस कैफे का उद्घाटन अप्रैल 2017 में किया गया था।
फिलहाल 4 कैदी जय चाँद, योग राज, राम लाल और राज कुमार अपनी सेवाएं इस कैफे में देते हैं। उन्हें पेशेवर रसोइयों द्वारा खाना बनाने और परोसने की ट्रेनिंग दी गई थी। इस कैफे राज्य पर्यटन विभाग द्वारा चलाया जाता है। इसे खोलने के पीछे उद्देश्य है कि इसके जरिये कैदी को पुनर्वास के लिए तैयार किया जा सके, ताकि वे फिर से समाज के साथ जुड़ सकें। करीब 20 लाख रुपये की लागत से बने इस कैफे में 40 लोगों के बैठने की व्यवस्था है। यहां कैदियों के हाथों से बने बिस्किट और पिज्जा ग्राहकों को खासे पसंद आते हैं।
कैदी भी इस काम से बेहद खुश हैं और वे कहते हैं कि जो सैलानी यहां आते हैं वे उनसे किसी तरह का भेदभाव नहीं करते हैं। बल्कि उनके इस बदलाव के बारे में जानने के लिए ज्यादा दिलचस्पी लेते हैं।
इस कैफे का पता है - टक्का बेंच, रिज, द मॉल, शिमला, हिमाचल प्रदेश : 171001
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