बॉलीवुड के कई चहरे आपको आए दिन किसी न किसी विवाद में फंसते नज़र आ जाते हैं। शाहरुख़ खान एक ऐसे सितारे हैं जो आमतौर इन सबसे दूर ही रहते हैं। लेकिन 5 साल पहले वानखेड़े स्टेडियम में कुछ ऐसा हुआ जिससे उनकी बहुत बदनामी भी हुई और उन्हें बैन भी कर दिया गया। आज ख़बर आ रही है कि मुंबई पुलिस ने उन्हें इस मामले में क्लीन चिट दे दी है।
2012 में आईपीएल मैच के दौरान शाहरुख और उनके बच्चे स्टेडियम के अन्दर ग्राउंड पर जाकर खेलना चाहते थे। सिक्योरिटी गार्ड विकास दलवी के मना करने पर शाहरुख़ नाराज़ हो गए और दोनों के बीच झगड़ा होने लगा। तब तक वहां मुंबई एसोसिएशन के मेंबर और चीफ़ ऑपरेटिंग ऑफिसर सुन्दर रमन पहुंच चुके थे और उन्होंने सभी को शांत कराया इसके बाद शाहरुख़ वहां से चले गए। उन पर ये आरोप था कि उन्होंने शराब पी रखी थी और उन्होंने बच्चों के सामने विकास दलवी से गाली गलौज की।
ख़ुद को सोशल वर्कर कहने वाले अमित मारू ने इस सम्बन्ध में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई लेकिन पुलिस ने शिकायत दर्ज नहीं की। इसके बाद मारू ने महाराष्ट्र स्टेट कमीशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ़ चाइल्ड राइट्स में शिकायत दर्ज कराई। उनका कहना था कि शाहरुख़ ने बच्चों के सामने आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया।
इसके बाद मारू ने मुंबई कोर्ट में शाहरुख़ के खिलाफ़ पिटीशन दाख़िल की और कोर्ट ने ये केस मरीन ड्राइव पुलिस को दे दिया और जांच करने के आदेश दिए। और पुलिस ने शाहरुख़ के खिलाफ़ नॉन-कोग्निसेबल कंप्लेंट दाखिल कर दी और उन्हें विलासराव देशमुख द्वारा (जो उस समय मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के प्रेसिडेंट थे) 5 साल के लिए स्टेडियम से बैन कर दिया गया।
मारू के वकील का कहना था कि शाहरुख़ के खिलाफ़ जुविनाइल जस्टिस एक्ट के हिसाब से केस बनता है। सितम्बर में पुलिस ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है जिसमें ये कहा गया है कि शाहरुख़ ने शराब नहीं पी रखी थी। मारू के वकील का कहना है कि वो इस रिपोर्ट के खिलाफ़ याचिका दाखिल करेंगे।
इस साल 23 जून को शाहरुख़ ने अपना बयान दर्ज करवाया है उनका कहना है कि कोलकाता नाईट रैदर्द के मैच जीतने के बाद उनके दोनों बच्चे अपने 25 अन्य साथियों के साथ ड्रेसिंग रूम के आस-पास खेल रहे थे तभी सिक्योरिटी गार्ड ने उन्हें बाहर जाने को कहा। शाहरुख़ वहां पहुंचे और उन्होंने कहा कि वो उनके साथ हैं। तब तक वहां उनके मेनेजर कौन बदवाल पहुँच चुके थे और वो अपने साथ बच्चों को लेकर चले गए थे।
तभी वहां एक व्यक्ति आया और उसने झगड़ा शुरू कर दिया। दोनों को सुन्दर रमन ने शांत कराया। साथ ही उन्होंने कहा कि इससे सम्बंधित जो वीडियो क्लिप विभिन्न साइटों पर मौजूद है उसमें वो नहीं हैं।
दलवी ने 27 जून को दिए अपने बयान में कहा कि बच्चों को बाहर जाने को कहने पर शाहरुख़ और उनके कुछ दोस्त नाराज़ हो गए और उनपर बरस पड़े। दलवी ये भी बोले कि बच्चों के सामने किसी तरह की गाली-गलौज नहीं हुई थी और वो ये साफ़ तौर पर नहीं कह सकते कि शाहरुख़ उस समय शराब के नशे में थे या नहीं।
इसी के साथ एमसीए के 2 मेंबर नितिन दलाल और सुन्दर रमन दोनों ने अपने बयान में यही कहा है कि बच्चों के सामने किसी तरह की गाली गलौज नहीं की गई थी।
जैसा कि हम सब जानते हैं कि हमारे स्टार्स की कभी कोई गलती नहीं होती है। न सलमान खान गाड़ी चला रहे थे और न ही शाहरुख़ ने पी रखी थी। और फैन फ़िल्म देखने के बाद हम लोगों को पता चल ही गया है कि शाहरुख़ सॉरी नहीं बोलते हैं।