कहते हैं कि कलम में तलवार से ज्यादा ताकत होती है। खुली फिजाओं में जो काम लफ्ज़ की धार कर सकती है, शमशीर की धार वो काम नहीं कर सकती। हथियार हमेशा तोड़ते हैं, और कोरे कागज पर लिख शब्द जोड़ने का काम करते हैं। हमारे देश में कई ऐसे सैनानी हुए जिन्होंने शब्द की ताकत से देश को एक करने का आहवान किया।
देश के लिए बलिदानों पर कई कवियों और शायरों ने लफ्जों के कई बेमिसाल नग्मे पेश किए, जो हमारे अंदर आज भी देशभक्ति की भावना को कई गुणा बढ़ा देंगे। आइए डालते हैं एक नजर उन नग्मों पर जो हम सब के भीतर देशभक्ति की भावना फिर जगा देंगे: