जब से टीवी पर एक-एक करके प्राइवेट चैनलों की संख्या बढ़ी है। तब से दूरदर्शन के बुरे दिन शुरू हो गए। आज की तारीख में दूरदर्शन देखने वाले उंगलियों पर गिने-चुने बचे हैं। वज़ह जो भी हो। शायद ग्लैमर की रेस में खुद को नहीं रख पाने की वजह से ऐसा हुआ हो। अब दूरदर्शन लगातार अपने ऑडियंस क्लास को बढ़ाने में लगा है। ऐसे में हर तरह के पैंतरे आजमाए जा रहे हैं। इसी क्रम में दूरदर्शन 1989 के अपने एक बेहद ही मशहूर शो 'सर्कस' को फिर से टेलीविज़न स्क्रीन पर ला रहा है।
खबरों के मुताबिक़ 19 फ़रवरी रात 8 बजे से सर्कस को दूरदर्शन पर एयर किया जाएगा।
अब ये तो लगभग हर किसी को पता है कि सर्कस और फ़ौजी दूरदर्शन के वो शो हैं जिनसे शाहरुख खान को शुरूआती पहचान मिली। शाहरुख़ खान की एक्टिंग की दुनिया यहीं से शुरू होती है।
लेकिन शाहरुख़ के अलावा इस सीरियल के बाकी के एक्टर कहां हैं? आइए बताते हैं कौन-कौन हैं वो, जिन्होंने इस शो में शाहरुख़ के साथ काम किया था और अब क्या कर रहे हैं।
सर्कस में विक्की का किरदार निभाने वाले 'आशुतोष गोवारिकर' आज की तारीख में हिंदुस्तान के सबसे मशहूर और सबसे मंझे हुए डायरेक्टर्स में से एक हैं। ये आशुतोष गोवारिकर ही हैं जिन्होंने लगान, बाज़ी, स्वदेश, जोधा अकबर, मोहन जोदारो जैसी फिल्में बनाईं हैं।
'सर्कस' नीरज वोरा की भी एक्टिंग की शुरूआती पारी थी। नीरज वोरा रहने वाले गुज़रात के हैं। अपने कॉलेज के दिनों से ही प्रोफेशनल एक्टिंग शुरू कर दी थी। आज की तारीख में एक्टर, राइटर, डायरेक्टर सब हैं। नीरज के डायरेक्शन में फिल्म हेरा-फेरी का तीसरा हिस्सा आने वाला है। फिर हेरा फेरी भी नीरज ने ही डायरेक्ट की थी। संजय दत्त की फिल्म 'दौड़', गोलमाल, हेरा-फेरी, सब लिखने का काम इन्होंने ही किया था।
बॉलीवुड के सबसे ज्यादा अंडर रेटेड एक्टर्स में से एक। पवन मल्होत्रा। मुझे पूरा यकीन है कि आपको भी पवन की एक्टिंग से शायद ही कभी शिकायत हुई हो। सर्कस का हिस्सा पवन भी थे। पवन आज की तारीख में बॉलीवुड से लेकर अलग-अलग टीवी के शोज़ में भी नज़र आते हैं।
मीता नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा से ग्रेजुएट हैं। आज भी टेलीविज़न की दुनिया में बेहद ही एक्टिव हैं। वक़्त-बेवक्त थिएटर भी करती हैं। अवॉर्ड भी खूब बटोरे हैं।
अली, अपने जमाने की मशहूर अदाकारा प्रमिला और एक्टर कुमार(श्री-420, मुग़ल-ए-आज़म) के बेटे हैं। हैदर के एक्टिंग करियर की शुरुआत 1986 के टीवी शो नुक्कड़ से की। इसके बाद फिर लगातार एक्टिंग में ही बने रहे। कभी-कभी स्क्रीनराइटिंग भी की।
तो मिला जुला के मोरल ऑफ़ द स्टोरी ये है कि सिर्फ शाहरुख़ खान जवान हैं, मशहूर हैं, पैसे वाले बन गए हैं। बाकी सब बूढ़े हो गए हैं। अाप सर्कस के मज़े लीजिए।