विस्तार
क्या नग्न होकर सकारात्मकता और स्वीकृति का संदेश दिया जा सकता है? यह बात सोचकर दिमाग चकराता है। लेकिन अमेरिका या यूरोप में यह बात बड़ी ही आम है। भरे बाजार, सड़क, मॉल में तो लोग ऐसे नग्न हो जाते हैं जैसे उन्हें कोई देख ही नहीं रहा हो और किसी को उनसे फर्क भी नहीं पड़ रहा हो। पिछले कुछ दिनों से असलीपन और पूरी आजादी के नाम पर न्यूडिटी कैंपेन यानी नग्नता के अभियानों में इजाफा हो रहा है। इसी फेहरिस्त में न्यूयॉर्क के प्रसिद्ध टाइम्स स्क्वॉयर में करीब 200 मॉडल इकट्ठे हुए। इनमें पुरुष और औरतें और हर उम्र के लोग शामिल थे। सबने कपड़े उतारे और एक दूसरे को रंगना शुरू कर दिया।
शरीर पर अंग्रेजी में संदेश भी लिखे। इन मॉडलों के इस प्रदर्शन को देख स्थानीय लोगों और सैलानियों के मुंह खुले रह गए। उनके आश्चर्य का ठिकाना नहीं था, उन्होंने अपने-अपने मोबाइल फोन निकाले और तस्वीरें लेने लगे।
मिरर की खबर के मुताबिक इस प्रदर्शन का आयोजन करने वाली 'ह्यूमन कनेक्शन आर्ट्स' नामक संस्था के सदस्यों ने बताया कि यह एक प्रकार का स्टंट था और इसका मकसद 'सकारात्मकता और स्वीकृति' को बढ़ावा देना था।