Home Lifestyle Know About Top 10 Unique Weddings In India

ये हैं देश की 10 सबसे अनोखी शादियां, कहीं श्मशान में हुआ विवाह तो कहीं भगवान बनकर पहुंचे बाराती

टीम फिरकी, नई दिल्ली Updated Tue, 13 Feb 2018 11:36 AM IST
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Know about top 10 unique weddings in india
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विस्तार

बीते रविवार को हरियाणा में हुई एक शादी काफी चर्चाओं में रही, जहां दूल्हा दुल्हन के फेरे लेने से पहले लड़की के परिजनों ने 31 गरीब कन्याओं का विवाह कराया। इसके अलावा 101 जरूरतमंदों को गृह निर्माण के लिए आर्थिक मदद भी दी गई। ये शादी थी हरियाणा के मंत्री विपुल गोयल की भतीजी टीना की, जिसकी काफी सराहना हुई। ये कोई पहली शादी नहीं थी जिसे कुछ अनोखे अंदाज में अंजाम दिया गया, इससे पहले भी देश में कई ऐसी शादियां हुई हैं जो लंबे समय तक चर्चाओं में रहीं। आइए आपको रूबरू कराते हैं ऐसी ही कुछ अनोखी शादियों से जो अपने अलग अंदाज के कारण चर्चाओं में रहीं। 

जब साइकिल पर निकली बारात
बीते साल बिहार के समस्तीपुर में दशहरा गांव से संजय शाह की शादी में मोहिद्दीनगर के लिए निकली बारात काफी चर्चाओं में रही, जहां सभी बाराती साइकिल से सवार होकर दुल्हन लेने के लिए पहुंचे। इस दौरान सभी ने सिर पर गुलाबी रंग की पगड़ी बांधी हुई थी। 'पर्यावरण बचाओ' के संदेश के तहत यह शादी संपन्न हुई, जिसे स्थानीय लोगों ने काफी सराहा। 

मेहमानों को परोसे गए सोने की परत चढ़े चावल
कुछ महीनों पहले हैदराबाद में एक शादी बहुत चर्चा में रही थी, जहां आए मेहमानों को सोने के परत चढ़े चावल परोसे गए। वी साई कृष्णा नाम के केटरर ने यह व्यवस्था की। इस दौरान सभी बारातियों को यही भोजन कराया गया।

दुल्हन लेने बुलेट पर पहुंचा दूल्हा और बारात
पिछले साल देहरादून में एक दूल्हा अपनी होने वाली दुल्हन को लेने के लिए बुलेट पर सवार होकर पहुंचा। उसके पीछे पीछे अन्य बाराती भी बुलेट मोटरसाइकिल से बारात में शामिल हुआ। यह शादी थी आयुष टंडन और कार्तिका की। इस दौरान दुल्हन की विदाई का नजारा फेसबुक पर लाइव किया गया।
लड़के के घर बारात लेकर पहुंची लड़की
हाल ही में बिहार शरीफ के सिंघौली गांव में एक अनोखी शादी हुई जहां दूल्हे के बजाय उल्टे दुल्हन बारात लेकर पहुंची। पंकज कुमार की शादी में लड़की पक्ष की बजाय सारी रस्में वर पक्ष के यहां संपन्न हुईं, जिसके बाद उनकी दुल्हन उन्हें विदा करवाकर अपने घर ले गई। 

सात की बजाय देहदान के रूप में लिया आठवां वचन, 
कुछ दिन पहले ही सोनीपत की एक शादी बड़ी चर्चाओं में रही थी जहां सात की बजाय आठ वचन लिए गए। आठवां वचन था देहदान का, जिसमें दूल्हा दुल्हन के अलावा बारातियों और घरातियों ने भी देहदान का संकल्प लिया। इसके लिए बकायदा संकल्प लेने वालों से फार्म भरवाए गए। जिसमें 30 बारातियों ने अपनी सहमति दी, जबकि 52 बारातियों ने देहदान के लिए हामी भरी। यह शादी थी सोनीपत की रहने वाली शिवानी और दिल्ली के रहने वाले अश्विनी की।

शादी से पहले दूल्हा-दुल्हन और बारातियों ने किया रक्तदान
उज्जैन में पिछले साल दिसंबर के महीने में भी एक अनोखी शादी हुई, जहां लड़का और लड़की ने फेरे डालने से पहले रक्तदान किया। खास बात ये रही कि दूल्हा गुंजन जैन और दुल्हन ओसीन जैन दोनों ने एक ही बिस्तर पर लेटकर रक्तदान किया। उनकी देखा-देखी अन्य बारातियों और घरातियों ने भी रक्तदान किया। दूल्हा गुंजन अभी तक कुल 35 बार ब्लड डोनेट कर चुका है।

जब शमशान घाट में हुए सात फेरे
पिछले साल नवंबर में ही गुजरात के भावनगर की एक शादी बहुत चर्चा में रही थी जहां, शमशान घाट में शादी रचाई गई। खास बात ये थी कि साधु समाज के घनश्याम और कोली समाज की पारुल की इस शादी को खुद कथा वाचक मुरारी बापू ने संपन्न कराया। इस शादी की प्रेरणा भी मुरारी बापू ने ही दी थी। 
भगवान बनकर दुल्हन लेने पहुंचे बाराती और दूल्हा
कुछ दिन पहले आंध्रप्रदेश में एक बड़ी अनोखी शादी हुई थी, जहां गोदावरी जिले के तुनुक कस्बे में तमाम 'भगवान' इस शादी में शामिल हुए। इससे पहले की आप कुछ और सोचने लगे तो हम आपको बताते हैं कि भगवान के रूप में इंसान ही पहुंचे थे, लेकिन सब ने गेटअप देवी देवताओं का ही किया था। असल में ये इस शादी की थीम थी जहां दुल्हन मां लक्ष्मी के रूप में थी तो दूल्हा विष्णु के रूप में।

बारातियों को पिलाया गया आवंला और एलोवीरा का जूस
अजमेर में बीते साल हुई एक ऐसी ही शादी काफी चर्चाओं में रही, जहां सभी अतिथियों को आंवला, करेला और एलोवीरा का जूस पिलाया गया। इसके बाद सभी बारातियों को किताबें और पौधे भेंट किए गए। यह विवाह हुआ था हेमंत कुमार और मनीषा शास्त्री के बीच।

पति ने किया पूर्व पत्नी का कन्यादान
हरिद्वार में इसी साल जनवरी महीनें में एक ऐसी शादी हुई जिसे देखकर हर कोई हैरत में था। उसकी वजह थी यहां एक व्यक्ति ने अपनी पूर्व पत्नी का खुद कन्यादान किया था। असल में दिल्ली के रहने वाले गौतम ने ग्वालियर निवासी एक लड़की से शादी की थी। लेकिन चार साल बाद ही दोनों का तलाक हो गया और लड़के ने दूसरी शादी कर ली। हालांकि इस बीच उसका पूर्व पत्नी से मिलना जुलना जारी रहा और उसने उसे दोबारा शादी के लिए तैयार किया। जब पूर्व पत्नी मान गई तो गौतम ने ही हरिद्वार में जाकर यह विवाह संपन्न कराया और खुद अपनी पहली पत्नी का कन्यादान किया।
 
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