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नहाने के बारे में आपका क्या ख़याल है? सर्दियों में तो इसके बारे में सोचकर भी डर लगता है। लेकिन गर्मियों में राहत पाने का ये एक बढ़िया तरीका होता है। वो अलग बात है कि नहाने का असर ज़्यादा समय तक नहीं रहता है। लेकिन कुछ महानुभाव गर्मियों में भी नहाना पसंद नहीं करते हैं। और कुछ लोग चाहे जितने कड़ाके की ठण्ड हो, उन्हें नहाने से कोई नहीं रोक सकता है।
तो हद से ज़्यादा नहाने वालों को हम बता दें कि ऐसा करना आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है।
एक स्टडी में पता चला है कि कई बार नहाने से हमारे शरीर के माइक्रोबायोम पर असर पड़ता है। जिसका असर हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता, पाचन तंत्र और दिल पर भी असर पड़ता है। कुछ दिनों तक न नहाने से हो सकता है कि आपके शरीर से दुर्गंध आती हो लेकिन ज़्यादा नहाना आपके लिए ख़तरनाक हो सकता है।
यूनिवर्सिटी ऑफ़ उटाह के जेनेटिक साइंस सेंटर के वैज्ञानिकों के अनुसार हद से ज़्यादा साफ़-सफ़ाई रखने से हमारे शरीर पर जो लाभदायक बैक्टीरिया और वायरस होते हैं वो भी नष्ट हो जाते हैं।
अमेज़न के यानोमामी गांव पर की गई रिसर्च के परिणाम काफ़ी चौंकाने वाले रहे। यहां रहने वाले लोगों में शरीर पर पाए जाने वाले ज़रूरी और फायेदेमंद माइक्रोबिओम काफ़ी अधिक मात्रा में पाए गए जो कि काफ़ी अच्छी बात है। ये किसी भी इंसानी समूह में पाई गई संख्या से अधिक था।
अभी तक ये पता नहीं चल पाया है कि हमें कितना नहाना चाहिए। इस तथ्य को सुनने के बाद हॉस्टल में रहने वाले बच्चे बहुत खुश हुए होंगे क्योंकि उन्हें न नहाने का एक और कारण मिल गया।
आप भी इस स्टोरी को ऐसे लोगों के साथ शेयर करिए जो लोग नहाना बिल्कुल भी पसंद नहीं करते।