जापान के 2 रिसर्चर हैं हिरोशी योशिदा और मासाहिरो इशिगाकी, टोहोकू यूनिवर्सिटी से। जैसे भारत में बढ़ती जनसंख्या को दिखाती हुई घड़ी होती है न वैसे ही इन दोनों ने एक क्लॉक बनाई है जो ये बता रही है कि कैसे दिन पर दिन जापान की जनसंख्या ख़त्म होने के कगार पर आ गई है।
ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि 16 अगस्त 3766 को जापान में एक भी व्यक्ति नहीं बचेगा। इसको डूम्सडे क्लॉक कहा जा रहा है।
आपको पता है कि इसका कारण क्या है? इसकी वजह है जापान का 'सेक्स क्राइसिस' जो कि यहां की 25 साल पुरानी समस्या है। इसे साइंटिस्ट 'डेमोग्राफिक टाइम बम' की संज्ञा दे रहे हैं। अभी जापान में 16 मिलियन से भी कम बच्चे हैं और इनकी संख्या दिन पर दिन कम होती जा रही है।
जापान की फैमिली प्लानिंग एसोसिएशन ने एक सर्वे में ये पता लगाया है कि 18 से 49 वर्ष के लोगों में से करीब 49.3% लोगों ने पिछले एक महीने में एक बार भी सेक्स नहीं किया था। पिछली बार जब 2 साल पहले ये सर्वे किया गया था तब से इस बार ऐसे लोगों में 10% का इजाफ़ा हुआ है।
इसका कारण है उनका करियर। वहां लोग अपने काम और करियर को लेकर इतने अधिक बिज़ी हैं कि उनके जीवन में परिवार बढ़ाने के लिए समय नहीं रह गया है। यहां के आदमी हर हफ़्ते में करीब 80 घंटे तक काम करते हैं। और औरतों के सामने जब ये सवाल होता है तो वो अपने करियर को चुनती हैं।
कुल-मिलाकर बात ये है कि वहां रोज़गार बहुत हैं तो लोगों के पास घर-परिवार संभालने का समय नहीं है और यहां भारत में तो लगता है किसी के पास कोई काम ही नहीं है।