स्कूल में छात्रों का ऐसा मानना है कि उनका दिमाग अपने मास्टर से ज्यादा तेज चलता है। स्कूल के बच्चे चाहे नक्ल करने की कितनी भी कोशिश कर ले, लेकिन मास्टरों की नजरों से बचना नामुमकिन है। दरअसल, मास्टर जी को अच्छे से पता होता है कि कौन सा छात्र कितना पानी में है? किसको कितनी दूर बैठाया जाए कि उसे एक अक्षर तक न दिखे। जिस तरह बच्चे नक्ल की योजना बनाकर आते है, उसी तरह मास्टर जी भी क्लास में घुसते ही भाप लेते है और अपने दिमाग से कक्षा को महज कुछ मिनटो को एकदम नक्ल फ्री बना देते हैं। अब हमारे हाथ ऐसे ही कई अनोखे आविष्कार लगे हैं, जिनकी मदद से स्कूल और कॉलेजेस छात्रों को नकल करने से रोक रहे हैं। बाकी ये बात अलग है कि इन्हें देखकर आपको हंसी भी आ सकती है।