8 बार नौकरी छोड़ने के बाद लड़की ने शुरू किया ये बिजनेस, अब कर रही हैं करोड़ों की कमाई
फिरकी टीम, नई दिल्ली
Published by:
सोनू शर्मा
Updated Sun, 30 Dec 2018 06:24 PM IST
कहते हैं जहां चाह है वहां राह है और इसी उद्देश्य से कोई कुछ कर गुजरने की चाह रखता है तो उसे मंजिल मिल ही जाती है। इसका बेमिसाल उदाहरण हैं उत्तराखंड की दिव्या रावत। दिव्या मशरूम की खेती से सालाना एक करोड़ से ज्यादा की कमाई करती है, उनकी बदौलत पहाड़ों की हजारों महिलाओं को रोजगार भी मिला है।
दिव्या के सराहनीय प्रयासों के लिए पिछले वर्ष राष्ट्रपति ने इन्हें नारी शक्ति अवार्ड से सम्मानित किया था। साथ ही, अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर नारी शक्ति पुरस्कार से नवाजा गया था। दिव्या के पिता तेज सिंह रावत रिटायर्ड आर्मी ऑफिसर हैं।
उन्होंने नोएडा के यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है। जिसके बाद उन्होंने नौकरी करना शुरू किया, लेकिन जूनून तो कुछ अलग कर गुजरने का था, इसलिए 8 नौकरियां बदलने के बाद आखिर नौकरी छोड़कर खुद का बिजनेस शुरू किया। नौकरी छोड़कर खुद का बिजनेस शुरू किया।
दिव्या ने गांव के प्राकृतिक संसाधनों का इस्तेमाल करके मशरूम की खेती शुरू की। धीरे-धीरे दिव्या ने अपने इस बिजनेस में कई और लोगों को जोड़ लिया और एक कंपनी बनाई, जिसकी वार्षिक बिक्री 2 करोड़ रुपये है।
हालांकि, कंपनी को इतने बड़े मुकाम तक पहुंचाने के लिए दिव्या ने कड़ी मेहनत की है, जिसकी शुरुआत एक एक छोटे से कमरे में मशरूम के बिजनेस से हुई थी। दिव्या खुद तो आगे बढ़ीं ही, साथ ही उन्होंने हजारों और लोगों को भी मशरूम की खेती के लिए प्रेरित किया।
पहाड़ों पर मशरूम 150 से 200 रुपये में फुटकर में बिकता है। ये लोग अब सर्दियों में बटन, मिड सीजन में ओएस्टर और गर्मियों में मिल्की मशरूम का उत्पादन करते हैं। बटन मशरूम एक महीने में ओएस्टर 15 दिन में और मिल्की मशरूम 45 दिन में तैयार हो जाता है।
उत्तराखंड सरकार ने दिव्या के इस सराहनीय प्रयास के लिए उसे 'मशरूम की ब्रांड एम्बेसडर' घोषित किया।
ब्रांड अम्बेसडर होने के बावजूद वो रोड खड़े होकर खुद मशरूम बेचती हैं, जिससे वहां की महिलाओं की झिझक दूर हो और वो खुद मशरूम बेंच सके।