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चीन में बना हुआ माल चीनीयों को ही नहीं सूट कर रहा है। बर्गर, पिज्जा, चाउमीन और तमाम ऐसे कई फास्ट फूड उन पर उलटा रिएक्शन कर रहे हैं। इस बात का खुलासा तब हुआ जब एक 19 साल के लड़के की छाति का विकास लड़कियों की तरह होने लगा।
डॉक्टर भी इस बात से हैरान हैं। इस बीमारी से निपटने के लिए दिन रात एक कर रहे हैं। फिलहाल इलाज के नाम पर सर्जरी का ही उपाय है।
Qianjiang Evening Post के अनुसार 'जियाओ यैंग' नाम के पेसेंट को 6 साल पहले अपने दाहिने चेस्ट के हिस्से में कुछ उभार महसूस हुआ। कई हॉस्पिटल के चक्कर काटने के बाद भी वजह पता नहीं चल पाई। 6 साल बाद, पिछले महीने Wenzhou Central Hospital में जाने के बाद जब उसे सच्चाई का पता चला तो दंग रह गया। डॉक्टरों ने बताया कि ऐसा फास्ट फूड खाने की वजह से हो रहा है।
पहले तो डॉक्टरों को लगा कि ऐसा हॉर्मोनल डिसबैलेंस होने की वजह से हो रहा है। लेकिन बाद में इसे फास्ट फूड का नाम दिया गया। इस तरह के होने वाले रोग को 'गाइनेकोमेस्टिया' कहते हैं। फास्ट फूड को देर तक फ्रेश रखने के लिए उसमें 'जेंडर बेंडिग केमिकल्स' मिलाया जाता है। जिस वजह से कम उम्र में ही लड़कों के शरीर की बनावट लड़कियों की तरह होने लगती है।
डॉक्टरों ने बताया कि हर साल करीब ऐसे 100 मामले सामने आते हैं। जिसका इलाज सिर्फ सर्जरी से ही किया जाता है।
चीन के लोग फास्ट फूड खाने में बहुत तेज हैं, लेकिन ऐसे मामले सामने आने के बाद चीनी थोड़े डरे हुए हैं। चिकन, रॉयल जेली और दूध से बने हुए कई लजीज खाने लोगों को बड़े भाते हैं। ऐसे चटपटे व्यंजन लगते तो अच्छे हैं लेकिन ये खतरे का अलार्म हैं।
मैगी, चाउमीन और मोमोज के शौकीन भारत में भी हर गली में मिल जाएंगे। ये खतरे का अलार्म उनके भी गले में पड़ सकता है।