shweta pandey/firkee.in
Updated Fri, 20 Jan 2017 12:06 PM IST
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खुद को लेकर हम जितनी भी बातें सोचते हैं, उनमें से एक ये बात भी है कि हम ऐसे क्यों हैं? क्यों हम कुछ चीज़ों को लेकर ख़ास तरह से व्यवहार करते हैं। या क्यों हम हंसने के वक़्त रोते और रोने वाली बात पर हंसने लगते हैं। 'खुद को टेढ़ा और थोड़ा खिसका हुआ' समझने वाले हम अकेले नहीं, हमारे जैसे कई हैं।
और हमें थोड़ा-सा अजीब बनाता है हमारा दिमाग। जितना हम सोचते हैं, उससे ज़्यादा खेल दिखाता है अपना दिमाग। दिमाग के बारे में ये OMG वाले फैक्ट्स पढ़ कर आपको पता चल जाएगा कि दिमाग आपसे कहीं ज़्यादा शातिर है..
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तो हम उम्मीज करते हैं ये जानकारी आपके लिए नयी होगी और अच्छी लगी होगी। अब ज़्यादा दिमाग न लगाना क्योंकि दिमाग आपसे ज़्यादा शातिर होता है।
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