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कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने गत बुधवार को चेन्नई में स्टेला मारिस कॉलेज की छात्राओं को संबोधित किया था। इस दौरान राहुल गांधी का अंदाज सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है।
यही नहीं, राहुल गांधी ने छात्राओं के साथ अनौपचारिक बातचीत की और इस पर बॉलीवुड एक्ट्रेस स्वरा भास्कर (Swara Bhaskar) ने ट्वीट भी किया है। स्वरा भास्कर ट्विटर (Swara Bhaskar Twitter) पर हमेशा बहुत ही बेबाकी के साथ अपनी राय रखती हैं।
बॉलीवुड एक्ट्रेस स्वरा भास्कर (
Swara Bhaskar Twitter) ने अपने Twitter हैंडल पर
ट्वीट किया है कि क्लिप के आखिरी में इस लड़की का रिएक्शन बहुत ही क्यूट है! 'मुझे मुश्किल सवाल पूछिए' इम्प्रेसिव ढंग से अंजाम दिया है राहुल गांधी (Rahul Gandhi)' स्वरा भास्कर ने इस ट्वीट के साथ उस वीडियो को पोस्ट किया है जिसमें राहुल गांधी स्टेला मारिस की एक छात्रा से कह रहे हैं कि मुझे सर बुलाने की बजाए राहुल कहें।
बता दें कि स्वरा भास्कर सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं। स्वरा भास्कर सामाजिक सरोकारों पर अपनी राय को बेबाकी से रखते हुए अकसर देखा जा सकता है। हालांकि कई मौकों पर वे ट्रोल भी हो जाती हैं लेकिन वे ट्रोलर्स को बखूबी जवाब देना भी जानती हैं, लेकिन स्वरा भास्कर अपनी राय रखने से पीछे नहीं रहती हैं। स्वरा भास्कर (Swara Bhaskar) 'वीरे दी वेडिंग' में भी अपनी एक्टिंग की वजह से सुर्खियों में रही थीं।
इस दौरान राहुल गांधी से एक छात्रा ने पूछा कि उन्होंने संसद में मोदी को गले क्यों लगाया था। इस पर राहुल गांधी ने जवाब दिया कि उनमें (मोदी) बहुत गुस्सा था, मुझे उनके प्रति प्रेम आ रहा था।
एक छात्रा के सवाल का जवाब देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि "मैं संसद में बैठा था। वो भाषण दे रहे थे। मुझमें उनके प्रति कोई गुस्सा, कोई बैर, कटुता नहीं थी। मैं देख रहा था कि उनमें बहुत गुस्सा था। वो लगातार मुझ पर और कांग्रेस पर हमला कर रहे थे। मेरी मां, मेरे पिता, मेरी दादी सभी के बारे में ऐसा बोल रहे थे कि वो खराब लोग थे। मुझे उनके प्रति प्रेम आ रहा था कि यह आदमी दुनिया में मौजूद प्यार को नहीं देख पा रहे हैं। मैं सोच रहा था कि कम से कम मुझे उनके प्रति प्रेम तो दिखाना ही चाहिए।" बता दें कि जुलाई 2018 में लोकसभा में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के दौरान राहुल ने मोदी को गले लगा लिया था।
राहुल गांधी ने रॉबर्ट वाड्रा के सवाल पर कहा "उनके बारे में क्या? कानून सबके लिए समान है और सरकार को इस पर फैसला लेने का अधिकार है। प्रधानमंत्री का नाम भी सरकारी दस्तावेजों में दर्ज है। जिससे यह साबित भी होता है कि दैसो के साथ राफेल डील में उन्होंने हस्तक्षेप किया।"