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दुनिया के दादा डोनाल्ड ट्रंप फिलहाल मुस्लिमों के प्रति हमदर्दी जता रहे हैं। इससे पहले वह राष्ट्रपति चुनाव की तैयारियों से लेकर अब तक मुस्लिमों को लेकर एक से एक कड़े फैसले लेकर दुनिया भर की मीडिया और लोगों के बीच आलोचना का शिकार हुए।
ट्रंप के मन में क्या चल रहा है, यह तो पता नहीं लेकिन उनके बयानों और फैसलों से एक बड़ी आबादी आहत हुई है। इसकी बड़ी वजह मुस्लिमों के खिलाफ ट्रेवल बैन रहा। शायद यही वजह है कि मुस्लिम संगठन भी मौका पाते ही ट्रंप को आईना दिखाने से पीछे नहीं हट रहे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गुरुवार को अमेरिका में ट्रंप टावर के पास सैकड़ों मुस्लिम इकट्ठा हुए और उन्होंने ट्रंप को जवाब देने के लिए एक नई नीति पर काम किया।
ट्रंप की मुस्लिम विरोधी नीतियों और बयानों के विरोध में मुसलमानों के एक समूह ने ट्रंप टावर के पास अपना रोजा खोला। इसी जगह मगरिब की नमाज भी पढ़ी गई।
न्यू यॉर्क स्थित ट्रंप टावर के बार इफ्तार के लिए करीब 100 मुसलमान इकट्ठा हुए थे।
मुस्लिमों के साथ गैर-मुस्लिम समुदाय के लोग भी थे।
ट्रंप टावर के पास सड़क पर ही मुस्लिमों ने रोजा खोला और खाना साझा किया। इफ्तार दावत में चावल, चिकन और पिज्जा था।
मामले की नजाकत को देखते हुए पुलिस भी मौके पर मुस्तैद रही।
ट्रंप टावर से ही राष्ट्रपति ट्रंप का कारोबार चलता है। उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप व्हाइट हाउस में नहीं रहती हैं, वह ट्रंप टावर में ही रहती हैं। मेलानिया अपने छोटे बेटे की देखभाल और पढ़ाई-लिखाई को लेकर ट्रंप टावर में रहना पसंद करती हैं।
ट्रंप टावर के बाहर रोजा खोलने वालों में शामिल एक युवती ने न्यूज एजेंसी AFP को बताया कि 'ट्रंप प्रशासन की तरफ से मुस्लिमों के खिलाफ जो झूठ फैलाया जा रहा है, इसलिए उससे निपटने और मुस्लिमों की एकता को जताने के लिए यह तरीका अपनाया गया'