विस्तार
पाकिस्तान का बेइमानी से पुराना नाता रहा है। खेल का मैदान हो या जंग का, नियमों के अंदर रह कर जीत का ताज पहना पाकिस्तान के बस की बात नहीं। जैसे वो जंग के मैदान में पीठ में छुरा घोपने में एक्सपर्ट हैं वैसे ही वो क्रिकेट में बेइमानी करने में भी अव्वल हैं। हालांकि इसके आंकड़ें नहीं हैं। लेकिन ये तय है कि अगर इसकी कोई रैंकिग होती कि किस देश के पास कितने ज्यादा फिक्सर हैं, तो पाकिस्तान निर्विरोध नंबर एक के पायदान पर होता। शारजील पर 5 साल के बैन के साथ इस तरह के मामले पर फिर हवा फिर गई कि इससे पहले कौन कौन से ना‘पाक’ खिलाड़ी नप चुके हैं।
शारजील खान: पाकिस्तान क्रिकेट लीग में स्पॉट फिक्सिंग करने की वजह से इस खिलाड़ी पर 5 साल का बैन लग गया। शारजील को पाकिस्तान का वॉर्नर कहा जा रहा था। लेकिन कम वक्त में ज्यादा कमाने के लालच में शारजील ने अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मार ली। 5 में से 2.5 साल वह पीसीबी की निगरानी में सजा भुगतेंगे।
खालिद लतीफ: खालिद लतीफ भी शारजील के साथ नपने वाले खिलाड़ियों में शामिल है। पीसीबी लीग में स्पॉट फिक्सिंग के दोषी पाए जाने के बाद खालिद पर 2 साल का प्रतिबंध 20 और लाख का जुर्माना ठोका गया है।
मोहम्मद इरफान: अभी मई के ही महीने में पाकिस्तान का लंबा-चौड़ा खिलाड़ी फिक्सिंग करने के आरोप में सस्पेंड हुआ था। शारजील, खालिद और इरफान तीनों पर ही पीसीबी लीग में फिक्सिंग करने का आरोप लगा था। पीसीबी ने इरफान को मई महीने में ही सस्पेंड कर दिया था।
अतर उर रहमान: पाकिस्तान के अतर उर रहमान पर साल 2000 में बुकी से डील करने की वजह से लाइफ टाइम बैन लगाया गया था, लेकिन इस बैन को साल 2006 में हटा दिया था।
सलीम मलिक: सलीम मलिक पाकिस्तान के वो पहले क्रिकेटर हैं जिन्होंने जेल की सलाखों के दर्शन किए थे। 2000 में इन्हें भी फिक्सिंग के दल-दल में फंसा पाया गया था। जिसके बाद इन पर भी लाइफ टाइम बैन लगा दिया गया था। जो कि 2008 में हटा लिया गया।
इसके अलावा भी, मोहम्मद आमिर, मोहम्मद आसिफ, सलमान बट्ट और दानिश कनेरिया जैसे खिलाड़ी फिक्सिंग के दल-दल में फंसकर अपना करियर चौपट कर चुके हैं।