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इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाले लोगों के लिए अपने 'गूगल' बाबा किसी भगवान सरीखे हैं, लेकिन उन्हें एक बड़ी गलती की सजा भुगतनी पड़ेगी।
गूगल पर भरोसा तोड़ने का आरोप लगा है। यूरोपीय संघ ने दुनिया के इस सबसे बड़े सर्च इंजन पर 175 अरब रुपये का जुर्माना ठोंका है। इसे इतिहास का सबसे बड़ा जुर्माना बताया जा रहा है। रिपोर्टों के मुताबिक, गूगल ने सर्च रिजल्ट देने में गड़बड़ी की, जिस पर ईयू द्वारा यह कार्रवाई की गई है।
बताया जा रहा है कि सर्च रिजल्ट में गड़बड़ी कर गूगल ने अपनी शॉपिंग सेवा को लाभ पहुंचाया जो कि जानबूझकर की गई एक गलती थी।
यूरोपीय प्रतिस्पर्धा आयोग की प्रमुख मार्गेट वेस्टेगर के मुताबिक, दुनिया के इस सबसे लोकप्रिय सर्च इंजन ने अपने प्रभाव का गलत इस्तेमाल किया। यह सीधे तौर पर ईयू यानी यूरोपीय संघ के नियमों के खिलाफ है। इससे दूसरी कंपनियां न सिर्फ प्रतिस्पर्धा में पिछड़ीं बल्कि उनकी कोशिशों को भी धक्का लगा।
यही नहीं ऐसा करके गूगल ने यूरोप में ग्राहकों को सेवाओं के बेहतर विकल्प इस्तेमाल करने से रोकने की भी कोशिश की है। गूगल के लिए यह बड़ा झटका है, क्योंकि उसकी कमाई का एक बड़ा हिस्सा शॉपिंग सेवाओं से आता है।
फेसबुक से भी उसे इस क्षेत्र में चुनौती मिल रही है। ऐसे में आने वाले दिनों में कंपनी की मुश्किल और बढ़ने का अनुमान है।