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हिंदुस्तान की ट्रेनें अपनी लेट-लतीफी के लिए दुनिया भर में फेमस हैं। लेट होने का अगर कोई मुकाबला होता तो शायद भारतीय रेलवे को निर्विरोध विजयी घोषित कर दिया जाता। भारतीय रेलवे में कुछ एक ट्रेने तो ऐसी है जिन्हें इंजन और बोगी तो दी गईं लेकिन रफ्तार बढ़ाने वाला एस्कीलेटर नहीं दिया गया। वो इतनी लेट चलती हैं कि आप पैदल चल कर उनसे जल्दी पहुंचेंगे।
ऐसी ही एक ट्रेन है जो अपनी लेट-लतीफी के लिए अक्सर चर्चा में रहती है। साल 2014 के सितंबर महीने में शुरू हुई एक ट्रेन जून में पहली बार राइट टाइम पर खुली। 3 साल में पहली बार राइट टाइम चलने वाली ये ट्रेन मुंबई के सीएसटी से लेकर जम्मू तक जाती है। मुंबई से इस ट्रेन का टाइम सुबह 6 बजकर 45 मिनट का होता है और अगले दिन शाम 6 बजे इस ट्रेन को जम्मू तवी पहुंचना होता है। लेकिन आरामतलबी का आलम ये है कि ये ट्रेन आम तौर पर 8 से 10 घंटे लेट ही रहती है।
कंज्यूमर एक्टिविस्ट अरुण सेक्सना ने इस ट्रेन की लेटलतीफी को लेकर कई बार शिकायत की। आखिरकार 3 साल बाद ये ट्रेन अपने सही वक्त पर चल पाई। सवारी भी इस ट्रेन में बैठना खुद को सजा देने के बराबर समझती है। इसलिए इस ट्रेन के चार्ट प्रिएपर होने के आधे घंटे पहले तक इसमें टिकट एवलेबल रहता है।