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बीजेपी सरकार तीन साल पूरे होने का जश्न मना रही है। केंद्र सरकार इन तीन वर्षों की अपनी उपलब्धियां गिना रही है। इन तीन वर्षों में मोदी सरकार के कार्यकाल में देश में क्या बदलाव आया, यह जानना जरूरी है, इसलिए हम मौजूदा सरकार के कार्यकाल की 10 बेहद खास बातों का जिक्र कर रहे हैं, क्योंकि इनका वास्ता सीधे जनता और उनके सरोकारों से हैं।
1. बीजेपी सरकार ने रोजगार के अवसर पैदा करने का वादा किया था, इस मामले में कुछ सुधार हुआ है। देश में रोजगार के अवसर 4.9 फीसदी से बढ़कर 5 फीसदी हो गए हैं। महिला रोजगार मामले में गिरावट आई है। 2013 में 8 फीसदी महिलाएं बेरोजगार थीं, अब 9 फीसदी हैं।
2. विश्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक एक बात मोदी सरकार के फेवर में हुई है, वह यह कि गरीबी रेखा के नीचे गुजर-बसर कर रहे लोगों की संख्या घटी है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक साढ़े चार करोड़ लोग गरीबी से उबरे हैं। लेकिन चिंता की बात यह है कि अब भी देश में 22.4 करोड़ लोग ऐसे हैं जो गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहे हैं। भारत में गरीबों की यह संख्या किसी भी देश के मुकाबले सबसे ज्यादा है।
3. इंडिया टुडे के सर्वे के मुताबिक 60 फीसदी लोग मोदी सरकार से संतुष्ट बताए गए हैं। यानी इस मामले में सरकार फर्स्ट डिवीजन पास है!
4. लेकिन सर्वे की दूसरी बात मोदी सरकार के लिए निराशाजनक है, वह यह कि इतने दिनों में सरकार के प्रति असंतुष्टि रखने वालों की संख्या 36 फीसदी से बढ़कर 39 फीसदी हो गई है। यानी ये तीन फीसदी का इजाफा सरकार की नींद में खलल डालने के लिए काफी है!
5. नेशनल क्राइम ब्यूरो के आंकड़ों के मुताबिक महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों के ग्राफ में इजाफा हुआ है, 2012 में 41.7 फीसदी अपराध महिलाओं के खिलाफ दर्ज किए गए, जो 2015 में बढ़कर 54 फीसदी हो गए। यानी महिलाओं की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध सरकार को इस बारे में और सोच विचार कर देश-समाज में घट रहे अपराधों पर लगाम लगाने की जरूरत है।
6. श्रम मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक मोदी सरकार के कार्यकाल में अक्टूबर 2016 तक कुल साढ़े दस लाख लोगों को नौकरी मिली। यह आंकड़ा सरकार के तीन वर्षों के पहले के आंकड़े के मुकाबले 39 फीसदी कम है। पहले 20 लाख 47 हजार लोगों को नौकरी मिली थी।
7. 2013-14 में जीडीपी विकास दर 6.9 फीसदी की रफ्तार से बढ़ रही थी, जो मोदी सरकार के तीन वर्षों में 7 फीसदी की स्थिर गति से आगे बढ़ी।
8. गृह मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक 2013 में सांप्रदायिक हिंसा में जान गंवाने वालों की संख्या 823 थी जो 2016 में 703 दर्ज की गई।
9. 2013 में देश का रक्षा बजट 2 लाख करोड़ रुपये था, मौजूदा रक्षा बजट 2.74 लाख हो गया।
10. शिक्षा के लिए सरकार ने पैसा बढ़ाया है। 2013 सरकार ने 66000 करोड़ रुपये का फंड जारी किया था, 2017 में मोदी सरकार ने इसे बढ़ाकर 79685 करोड़ रुपये कर दिया।
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सोर्स- बजफीड