क्रिकेट के मैदान पर जब नीले और हरे रंग की जर्सी पहने 22 खिलाड़ी उतरते हैं तो दो देशों के लोगों की धड़कने अपने आप बढ़ जाती हैं। अगर आप इसे सिर्फ गेंद और बल्ले का खेल समझ रहे हैं तो भाई साहब आप पर देशद्रोह का आरोप लगाया जा सकता है! भारत और पाकिस्तान के मैच में टोना टोटका से लेकर जंतर मंतर तक का योगदान होता है। क्रिकेट के खिलाड़ी गेंदबाज की सीम और बल्लेबाज के फुटवर्क से ज्यादा आफ्टर मैच की स्पीच याद कर रहे होते हैं।
मैच से जुड़ी एक ऐसी ही प्लानिंग सोशल मीडिया पर लीक हो गई है। जानकारी मिली है कि विराट कोहली ने तय किया है कि वो मनमोहन सिंह की तरह सिर्फ टॉस उड़ाने और मैच के बाद कमेट्रेंटर से बात करने तक ही सीमित रहेंगे। असली दिमाग लगाएंगे महेंद्र सिंह धोनी। धोनी ने तय किया है कि फाइनल का मैच टीम इंडिया अंग्रेजी में खेलेगी।
जी हां, धोनी ने अपनी चालाकी का मुजाहिरा करते हुए अपने खिलड़ियों को हिदायत दी है कि वो ग्राउंड में हिंदी का एक शब्द नहीं बोलेंगे, यहां तक की ग्राउंड पर हिंदी में खांसने, छींकने और पा… की भी मनाही है। धोनी अमूमन दूसरे देशों से क्रिकेट खेलते वक्त हिंदी में बात किया करते हैं क्योंकि उन देशों के खिलाड़ियों को हिंदी में सिर्फ नमस्ते समझ में आती है। चूंकि पाकिस्तान के खिलाड़ी हिंदी समझते हैं इसलिए हिंदी की जगह अंग्रेजी का इस्तेमाल किया जाएगा। बाकि आप तो समझदार हइए हैं…