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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इन दिनों भरे बैठे हैं। मुस्लिम देशों के नागरिकों की अमेरिका में आवाजाही पर बैन हो, सीरिया में टॉमहॉक मिसाइलो का अटैक हो या हाल ही में पूर्वी अफगानिस्तान में आईएस की सुरंगों पर बमों के बाप का अटैक... ये सभी वाकये बताते हैं कि ट्रंप कितने भरे बैठे हैं। लेकिन पाकिस्तान है कि अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है और लगातार आतंकी आकाओं की सुरक्षित पनाहगाह बना हुआ है।
अब तक भारत चीख-चीख के ये बात कहता रहा, अब अमेरिका भी कह रहा है। दादा ट्रंप को पता चल गया है कि पाकिस्तान उसके ही पैसों के रहमो-करम पर कैसे-कैसे गुल खिला रहा है। अमेरिकी मीडिया ने इस दफा पाकिस्तान का कच्चा चिट्ठा तैयार कर लिया है। बस इस पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नजर पड़ने की देर भर है।
माजरा यह है कि अमेरिकी मीडिया ने पाकिस्तान में पनाह लिए आतंकी आकाओं की बात को जोर-शोर से उठाया है। अमेरिका की सप्ताहिक पत्रिका न्यूज वीक ने अपने रिपोर्ट में कहा है कि दुनिया के मोस्ट वांटेड आतंकियों की सूची में शामिल अयमान अल-जवाहिरी को पाकिस्तान ने पनाह दी है। वह कराची में छिपा है।
रिपोर्ट के अनुसार, 2001 के अंत में अल कायदा को अमेरिकी सेना ने अफगानिस्तान छोड़ने पर मजबूर कर दिया था। तभी से उसे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की मदद मिली हुई है।
न्यूज वीक ने अपनी रिपोर्ट में कई आधिकारिक सूत्रों का भी जिक्र किया है। रिपोर्ट में अमेरिका की खुफिया एजेंसी सीआईए में काम कर चुके ब्रूस रिडिल से भी बात की गई है। ब्रूस के मुताबिक, जवाहिरी की सटीक लोकेशन क्या है यह तो पता नहीं है लेकिन एबटाबाद से मिले दस्तावेज बताते हैं कि वह कराची में ही कहीं छिपा है।
एबटाबाद पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वाह प्रांत की वही जगह है, जहां अमेरिकी सेना के कमांडो ने अल कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन को मार गिराया था। ऐसा पहली बार है कि जब किसी न्यूज रिपोर्ट में अल कायदा के प्रमुख की लोकेशन को लेकर जानकारी दी गई है।
हाल ही में अमेरिका ने पाकिस्तान की कनपटी यानी पूर्वी अफगानिस्तान में बमों का बाप (MOAB) दुनिया की नजर में आईएस के आतंकियों पर भले ही गिराया हो, लेकिन उसका सीधा संदेश उस इलाके में पाकिस्तान की हिमायत पर फल-फूल रहे हक्कानी नेटवर्क को खत्म करने का था। हक्कानी नेटवर्क के खात्मे के नाम पर पाक कई बार अमेरिका से आर्थिक मदद भी लेता रहा है। अब एक बार फिर अल-जवाहिरी जैसे खूंखार आतंकी को पनाह देेने के लिए पाकिस्तान अमेरिकी मीडिया से घर गया है।
लगता है कि अल जवाहिरी, हाफिज सईद जैसे आतंकी सपोलों को पनाह देकर पाकिस्तान अपने नापाक इरादों से बाज नहीं आने वाला। अगर पाक का यह रवैया जारी रहा तो भरे बैठे ट्रंप की उस पर गाज गिरना लगभग तय समझो!