विस्तार
घोर आधुनिक युग चल रहा है। सारा काम मशीनों से होने लगा है। दुनिया आज चांद पर बसने के सपने देख रही है। लेकिन हम हैं कि खेतों में शौच करने से बाज नहीं आ रहे हैं।
21वीं सदी के भारत में भारत सरकार खुले में शौच के खिलाफ अभियान चला रही है। इस समस्या के प्रति आगाह करने के लिए बॉलीवुड फिल्म 'टॉयलेट एक प्रेम कथा' भी आकर चली गई। लेकिन खुले में शौच के खिलाफ लोगों की सोच में परिवर्तन रेंगते हुए केंचुए की स्पीड से भी नहीं आ रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बिहार के मुजफ्फरपुर में एक महिला ने घर में शौचालय न होने की वजह से अपने ससुर और जेठ को पुलिस थाने में घसीट लिया। यहां के मीनापुर ब्लॉक के एक गांव में महिला का ससुराल बताया जाता है।
शौचालय न होने की वजह से महिला ने ससुराल में रहना छोड़ दिया और अपने मायके में रहने लगी। महिला का पति तमिलनाडु में नौकरी करता है। जितने दिन के लिए उसका पति आता है, उतने वक्त के लिए ही महिला ससुराल जाती है और फिर अपने मायके की ओर रुख कर लेती है।
आखिरकार घर में शौचालय बनता न देख महिला ने पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई, इस पर उसके ससुरालवालों ने पुलिस से पैसों का इंतजाम करने के लिए कुछ समय मांगा है।
लेकिन आज के इंटरनेट के जमाने में एक महिला को घर में शौचालय बनवाने के लिए जो संघर्ष करना पड़ रहा है, वह देखने में तो फिल्मी लगता है, लेकिन घोर पिछड़ी मानसिकता की निशानी लगता है।