Home Panchayat Satire On Why Pm Nawaz Sharifs Has Unstable Political Career

लो जी, हो गया नवाज शरीफ का तीन तिगाड़ा काम बिगाड़ा, अब तो पंडित जी ही बचा सकते हैं!

Updated Fri, 28 Jul 2017 06:04 PM IST
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नवाज शरीफ
नवाज शरीफ - फोटो : network
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विस्तार

भारत के साथ परमाणु युद्ध की सोच रहे नवाज शरीफ के साथ तीन तिगाड़ा काम बिगाड़ा हो गया। पनामा लीक्स भ्रष्टाचार मामले में पाक सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें पीएम पद के लिए अयोग्य घोषित कर दिया।

बेचारे अपनी अदालत से ही गच्चा खा गए। आरोप है कि नवाज... शरीफ नहीं निकले।

अरे भई जो शरीफ हो जाए वो नवाज ही क्या... हयें!

लेकिन शरीफ साब, मानिए या न मानिए आपकी किस्मत ही खराब है। आपकी कुंडली में राहू, केतू और शनि एक साथ बैठकर पार्टी कर रहे हैं। यहां बने रहे तो गैग्स ऑफ वासेपुर के रामाधीर के लल्ला बनकर रह जाएंगे आप। बल्कि बन गए। यानी 'तुम से न हो पाएगा लल्ला'! 

आपके ऊपर तो वो पुरानी कहावतें भी ठहाका मार रही हैं कि एक बार उन्हें फिर से जीवंत होने का मौका मिला। आप ऊंठ पर बैठे और कुत्ते न काट लिया।

सच पूछिए तो एकबार दिखा ही डालिए अपनी कुंडली! क्यों कि तीसरी बार कुर्सी जाने का मतलब है कालसर्प दोष अपना काम कर रहा है। नहीं समझे, एक लंबा सा नागराज आपकी कुंडली में ही कुंडली मारकर बैठ गया है।

वैसे कुंडली विशेषज्ञों और पंडितो की मानें तो ऐसे मौकों से बचने के कई उपाय होते हैं। कोई शंकर भगवान के मंदिर में काली उड़द दान करता है तो कोई शनि मंदिर में तेल चढ़ाता है। लेकिन नवाज के साथ यहां भी मुसीबत है, करें तो क्या करें?
इस बार तो प्रधानमंत्री, उनकी बेटी और उनके बेटों को भी भारी धन इकट्ठा करने के लिए दोषी ठहरा दिया है। इतना धन कहां से कमाया, इसका सबूत नवाज साहब नहीं दे सके। अब देखिए पनामा लीक्स मामले में तो कई भारतीय दिग्गजों के नाम भी हैं लेकिन सभी दिग्गजो ने शनि, राहू और केतू को साध रखा है। 

इससे पहले दो बार नवाज शरीफ और उनकी सरकार को बर्खास्त किया जा चुका है। पहली बार 1993 में तत्कालीन राष्ट्रपति गुलाम इशाक खान ने मतभेद होने पर उनकी सरकार को बर्खास्त किया था, लेकिन नवाज शरीफ और उनकी पार्टी ने इसके खिलाफ संघर्ष किया और वह फिर प्रधानमंत्री बनकर लौटे। 

दूसरी बार 1999 में नवाज का तत्कालीन सैन्य निदेशक जनरल परवेज मुशर्रफ के साथ मतभेद हो गया, जिन्होंने तख्तापलट करते हुए नवाज शरीफ को बर्खास्त कर जेल भेज दिया था, लेकिन नवाज को पाकिस्तान की अवाम ने फिर 2013 में चुन लिया और वह दो तिहाई बहुमत के साथ सत्ता में लौटे। अब जब सारी उठापटक के बीच जब सारे समीकरण सध गए थे तब न्यायालय ने उनके सारे समीकरण बिगाड़ कर रख दिए हैं। अब तो कुंडली दिखा ही लीजिए नवाज जी। 

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