बेलारूस अपने मेडिकल टूरिज्म के लिए विश्वभर में काफी लोकप्रिय है। इन दिनों इसी देश में बने एक स्पा की चर्चा हो रहीं है, इसके खास होने की खास वजह है कि यह स्पा नमक की खदान में बना हुआ है। जो लोगों अपनी ओर आकर्षित करता है।
ये स्पा जमीन से 400 मीटर नीचे गहराई पर बना है। यहां रुकने और इलाज कराने के लिए हर साल 4 हजार से ज्यादा पर्यटक आते हैं। ऐसा माना जाता है दुनिया कि में सबसे ज्यादा नमक और पोटैशियम बेलारूस की खदानों और सुरंगों में पाया जाता है।
यहां आने से सिर्फ शांति ही नहीं मिलती, बल्कि अस्थमा, एलर्जी और सांस की बीमारियां भी दूर होती हैं। इस स्पा की स्थापना 28 साल पहले की गई थी। यहां टीवी और इंटरनेट जैसी सुविधाएं नहीं हैं लेकिन फिर भी हर साल 4 हजार पर्यटक आते हैं, जिनमें से आधे से ज्यादा रूसी होते हैं।
क्लीनिक की डिप्टी डायरेक्टर नतालिया दुबोविक कहती हैं- स्पा में 10 बजे लाइट बंद कर दी जाती है और सुबह पौने छह बजे ही शुरू होती है। यहां लोगों को अच्छा अहसास हो, इसके लिए मद्धिम संगीत बजाया जाता है। रहता है। हर थैरेपी का एक ही मकसद होता है- लोगों को दुनिया से अलग कर देना। अच्छे नतीजे तभी मिलते हैं।
क्लीनिक के डॉ. पावेल लेवशेंको का कहना है कि मैं ऐसे कई लोगों से मिल चुका हूं जो थैरेपी को सही नहीं मानते, लेकिन मैं जानता हूं कि यह थैरेपी कैसे काम करती है। वैसे अगर देखा जाए तो बेलारूस किसी यॉट पर जाकर छुट्टियां मनाने से बेहतर है। इस स्पा में दो हफ्ते के रूकने के लिए 1000 डॉलर (करीब 70 हजार रुपए) चुकाने पड़ते हैं।