देश की संसद में भले ही महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण का मसला फंसा हुआ हो, लेकिन ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक ने इसी वर्ष मार्च महीने में घोषणा कर दी थी कि इस बार लोकसभा चुनाव में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देंगे।
सीएम पटनायक का यही भरोसा इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। उनके भरोसे का ही कमाल है कि 17वीं लोकसभा की सबसे कम उम्र की सांसद ओडिशा की एक युवती बन गई है। लोकसभा चुनाव 2019 में ओडिशा की क्योंझर सीट से भाजपा प्रत्याशी अनंत नायक को 66 हजार वोटों से हरा कर चंद्राणी मुर्मू सबसे युवा सांसद बन गई हैं।
चंद्राणी ने इस सीट पर बीजेपी को जोरदार टक्कर दी और चुनाव जीत गईं। इसके साथ चंद्राणी ने एक ने रिकॉर्ड भी बनाया है। वह भारत की सबसे कम उम्र की सांसद बन गईं। चंद्राणी 2017 में भुवनेश्वर स्थित एस ओए विश्वविद्यालय से बी. टेक की पढ़ाई पूरी कर चुकी थीं। कुछ महीने पहले, चंद्राणी भी अन्य बेरोजगार लड़कियों की तरह नौकरी खोज रही थीं। प्रतियोगिता परीक्षाएं में अपने लक को आजमा रहीं थी। लेकिन उसे क्या पता था कि देश की संसद उसका इंतजार कर रहीं है।
ओडिशा में कुल 21 संसदीय सीट हैं जिनमें से सात महिला सांसद चुनी गई हैं। यह संख्या राज्य में कुल सांसदों का 33 फीसदी है। ओडिशा संसद में 33 प्रतिशत महिला सांसदों की हिस्सेदारी वाला पहला राज्य है। बता दे इससे पहले इंडियन नेशनल लोकदल के दुष्यंत चौटाला 16वीं लोकसभा में सबसे कम उम्र के सांसद थे। उन्हें 2014 में हिसार लोकसभा सीट से 26 साल की उम्र में चुना गया था।