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तमाम सियासी उठापटक, मुलाकातों और अटकलों के दौर के बाद एनडीए ने अपने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया। अमित शाह ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में मध्यम रफ्तार से बोलते हुए रामनाथ कोविंद की उम्मीदवारी का ऐलान किया तो मीडिया के सूत्र अपना सिर खुजाने लगे। शाह ने ऐसे नाम का ऐलान किया जिसका जिक्र मीडिया के किसी भी खुफिया सूत्र ने नहीं किया था।
दरअसल राष्ट्रपति चुनाव की चहलकदमी पर मीडिया ने जमकर TRP बटोरी। आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी से लेकर सुषमा स्वराज तक की चर्चाएं रहीं। अंदरखाने की खबरों के आधार पर आधा-आधा घंटे तक ये बताया गया कि क्यों मोदी और शाह इन लोगों को राष्ट्रपति का उम्मीदवार घोषित करेंगे। मजे की बात ये है कि न सिर्फ हर नाम को मोदी और शाह का मास्टर स्ट्रोक बताया गया, बल्कि नए नाम को पिछले नाम से ज्यादा काबिल भी करार दिया गया।
भारतीय मीडिया ने अदृश्य सूत्रों से हवालों से अब तक दर्जनों नामों को एनडीए की तरफ से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बताया। जिसमें मायावती, शरद पवार, सुमित्रा महाजन, द्रौपद्री मुर्मू, ई. श्रीधरन, आनंंदीबेन पटेल, थावरचंद गहलोत और करिया मुंडा तक का नाम शामिल रहा। इन नामों की चर्चाओं के पीछे लंबें-लंबे तर्क भी दिए गए।
आखिर में अमित शाह वो नाम निकाल कर बाहर लाए, जिसके नाम की चूं तक नहीं थी। ये साफ कर रहा है कि शाह अपने डमरू पर मीडिया के उस मदारी को नचाते रहे जो खुद इस गलत फहमी में जी रहा था कि उसके डमरू बजाने से सियासत का बंदर उछल कूद मचाता है।