Lugar sagrado Cuevas de Amarnath Jammu y Kachemira India LOS GENITALES DE UN DIOS gratis tarot de maximo 1
विज्ञापन
विस्तार
अमरनाथ यानी बाबा बर्फ़ानी की यात्रा कल, 2 जुलाई से शुरू हो रही है। पर क्या आपको ये पता है कि अमरनाथ एक तीर्थ स्थल कैसे बना? नहीं तो आइये जान लेते हैं। वैसे तो यह प्रति वर्ष ही शुरू होता है लेकिन इससे जुड़ी कुछ विशेष बाते हैं जो पुराणों में ही देखने को मिलती हैं।
हिमालय की पर्वत श्रृंखलाओं के बीच स्थित इस पवित्र गुफा की यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों के मन में यह सवाल उठता है कि इतनी ऊंचाई पर स्थित इस गुफा के स्थान तक सबसे पहले कौन पहुंचा होगा या इस गुफा में भगवान शिव के इस रूप में दर्शन किसने किए होंगे। इस प्रश्न का उत्तर पुराण और लोक मान्यताओं में मिलता है।
इन सबसे अलग इस गुफा के बारे में यह भी कहा जाता है कि इसकी खोज एक कश्मीरी मुसलमान ने की थी। इसका नाम था बूटा मलिक। मलिक भेड़ चराने का काम करता था। इसके परिवार के लोग आज भी अमरनाथ गुफा की देखभाल करते हैं।
कहा जाता है कि भेड़ चराने का काम करने वाला यह गड़रिया बहुत अच्छा व्यक्ति था।
एक दिन वह भेड़ें चराते-चराते बहुत दूर निकल गया।
बर्फीले वीरान इलाके में पहुंचकर उसकी एक साधु से भेंट हो गई। साधु ने बूटा मलिक को कोयले से भरी एक कांगड़ी (हाथ सेंकने की सिगड़ी) दे दी। घर पहुंचकर उसने कोयले की जगह सोना पाया तो वह बहुत हैरान हुआ। उसी समय वह साधु का धन्यवाद करने के लिए गया परंतु वहां साधु को न पाकर एक विशाल गुफा को उसने देखा। गड़रिया जैसे ही उस गुफा के अंदर गया तो उसने वहां पर देखा कि भगवान भोले शंकर बर्फ़ के बने शिवलिंग के आकार में स्थापित थे।
इसके बाद उसने यह बात गांव के मुखिया को बताई और यह मामला वहां के तत्कालीन राजा के दरबार में पहुंचा। इसके बाद समय के साथ इस स्थान के महत्व के बारे में लोगों को मालूम चला और यहां लोगों का आना शुरू हो गया। तभी से यह स्थान एक तीर्थ बन गया।
अपनी वेबसाइट पर हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर अनुभव प्रदान कर सकें, वेबसाइट के ट्रैफिक का विश्लेषण कर सकें, कॉन्टेंट व्यक्तिगत तरीके से पेश कर सकें और हमारे पार्टनर्स, जैसे की Google, और सोशल मीडिया साइट्स, जैसे की Facebook, के साथ लक्षित विज्ञापन पेश करने के लिए उपयोग कर सकें। साथ ही, अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।