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आपको अपना बचपन याद है क्या? जरूर याद होगा क्योंकि वही तो एक ऐसा पल है जो कभी भूल नहीं पाता। सबके बचपन की कुछ रंगीन यादें होंगी। जैसे 90 का दशक आज के जमाने से अलग हुआ करता था, वैसे ही पहले के लोगों का बचपन भी आज के बच्चों के बचपन से बहुत अलग था। 90 के जमाने की कुछ चीजें हम आज भी बहुत मिस करते हैं। बेशक आज के बच्चें इन चीजों से हरदम ही अनजान रहेंगे। वैसे सबके बचपन के बारे में तो हम नहीं जानते हैं पर हमारा बचपन तो कुछ ऐसा ही था जैसा हम बताने जा रहे हैं। आप भी याद कीजिए इन चीजों को।
1. पेन्सिल से कैसेट रील को घुमाकर ठीक करना ;-)
आपने ये काम किया है या नहीं। कुछ लोग तो किये ही होंगे। अब की पीढ़ी के बच्चे तो कैसेट को जानते भी नहीं होंगे। :-)
2. तरह तरह के कंचों का कलेक्शन रखना :-)
हमें खेलने का शौक कम था पर कंचे स्कूल बैग में सजाकर रखते थे। :-P
3. टीवी के एंटीने को बार बार घूम कर पूछना अब आया क्या ;-)
अब एंटीना कहीं दिखता ही नहीं। बहुत मिस करते हैं हम :-) मजेदार था यार :-P
4. कागज़ की नाव, चाकू और बन्दूक बनाना :-)
ये वाला काम तो हम अब भी करते, बचपन को याद करके। पर अब बच्चे कागज़ फाड़कर अगर नाव बनाने लगें तो ये तो बैड Manner होगा न :-p
5. हर शनिवार को जूनियर जी देखना :-)
शक्तिमान औक जूनियर जी हमारे फेवरेट थे। (जब-जब पाप बढेगा सुन लो आएगा एक जूनियर जी) :-P
6. उस समय का बायोस्कोप :-)
अब ये नजारा कहां देखने को मिलेगा यार। :-P
7. सबसे पसंदीदा कॉमिक्स “चाचा चौधरी और साबू” !
हमारे आलमारी में तो आज भी पड़ी होगी ये कॉमिक्स :-)
8. वो संडे जब पापा बाल कटवाने ले जाते थे !
अब तो संडे को पापा Long Drive पर ले जाते हैं। :-(
9. DD metro पर संडे वाली फिल्म :-)
DD metro याद है? पहले फिल्में यहीं देखते थे आप, हर शनिवार और रविवार। :-)
10. पेन्सिल को दोनों तरफ से छील कर रखना :-P
पेंसिल छोटी हो जाती थी पर नयी पेंसिल नहीं मांगते थे, नहीं तो मम्मी डांट लगाती थीं। ये है Double headed pencil :-P
ये सारे मजेदार काम थे न? अगर आपने इससे भी ज़्यादा कुछ मज़ेदार काम किया है तो ज़रूर Comment में बताएं। :-)