देर रात को नींद से उठ कर फ़ोन चेक करने वालों ध्यान से सुन लो ये खबर तुम लोगों के लिए ही है। अभी भी वक़्त है। संभल जाओ वरना बहुत दिक्कत हो जायेगी। अपनी आंखों की सलामती चाहते हो तो बंद कर दो ये हरकत। नहीं तो बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है तुम्हें।
"न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ़ मेडिसिन" में एक खबर आई है। 2 महिलाएं थीं। उनको एक अजीब-सी परेशानी शुरू हो गई। उम्र थी 22 और 40। दोनों को ही कभी भी 15 मिनट के लिए दिखाई देना बंद हो जाता था। एकदम से उनकी आंखों की रोशनी चली जाती थी। डॉक्टर्स ने कई सारे टेस्ट किये, पर इसके बावजूद ऐसा होने की वजह का पता नहीं चल पाया। बाद में एक नयी तरह की बीमारी से दोनों ग्रसित पाई गईं। बीमारी का नाम है "ट्रांसिएंट स्मार्टफ़ोन ब्लाइंडनेस"।
"मुआर्फील्ड्स आई हॉस्पिटल" के डॉक्टर गोर्डन प्लांट कहते हैं कि उन्हें स्थिति की जानकारी तब हुई जब उन दोनों महिलाओं ने एक-सी स्थितियों का वर्णन किया। दोनों को ये परेशानी रात के समय होती थी जब वो अंधेरे में अपना फ़ोन चलाती थीं। उनका सिर तकिये पर होता था और और वो एक आंख से करवट लेटे हुए फ़ोन की तरफ देखती थीं। उनकी दूसरी आंख तकिये में दबी बंद रहती थी। और अचानक ही उन्हें 15 मिनट के लिए एक आँख से दिखना बंद हो जाता था।
डॉक्टर कहते हैं कि ऐसी स्थिति में आपकी एक आंख तो रोशनी के साथ तालमेल बैठा लेती हैं पर दूसरी आंख अंधेरे में या बंद होने के कारण ऐसा नहीं कर पाती। ऐसे में जब वो महिलायें करवटें बदलती थीं तो उनको उस आंख से दिखना बंद हो जाता था जिस आंख से वो स्मार्टफ़ोन की तरफ देख रही होती थी।
डॉक्टर प्लांट के मुताबिक़ ऐसा इसलिए था क्योंकि दोनों आंखों को आपस में तालमेल बैठाने में काफ़ी वक़्त लग जाता है। इसलिए ध्यान रहे हर समय फ़ोन का इस्तेमाल करना स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं होता। हमारी आँखों को भी आराम चाहिए होता है। और अंधेरे में टीवी देखने या लैपटॉप चलाने के लिए हमेशा से मना किया जाता रहा है क्योंकि अंधेरे में आपकी आंखों को फोकस करने में बहुत दिक्कत होती है। ऐसे में आगे चलकर आपको बहुत बड़ी परेशानी उठानी पड़ सकती है। तो अभी भी समय है अपनी आदतों में समय से बदलाव करके आप बेहतर भविष्य बना सकते हैं।