मा संकोशिया की उम्र 70 साल है वह चाइना के रहने वाले हैं। वह चीनी सेना में भी रह चुके हैं। चीन में वह करीब 19 साल से एक ही मिशन पर लगे हुए हैं, संकोशिया के दोनों पैर नहीं है दिव्यांग होने के बावजूद भी संकोशिया हिम्मत नहीं हारते हैं।
70 साल के दिव्यांग बुजुर्ग ने कुछ ऐसा काम किया है जिससे जानकर आपका मन भी खुश हो जाएगा। वह दिव्यांग होने के बावजूद भी अपने आप को आम लोगों से कम नहीं समझते हैं। पिछले 19 साल से वह पहाड़ के बंजर जमीन पर 1700 पेड़ लगाकर उस जमीन की कीमत बढ़ा दी है।
बैसाखी थामकर वह हर दिन जंगल जाते हैं और अपने लगाए हुए पेड़-पौधों की देखभाल करते हैं। साल 1974 में जब संकोशिया सेना में भर्ती थे। तभी उन्हें डॉक्टर्स ब्लड पॉइजनिंग का शिकार घोषित कर दिए थे। रिटायरमेंट आते-आते उनकी हालत बहुत खराब हो गई थी। घर में आर्थिक तंगी की वजह से लोग परेशान रहने लगे थे।
घर परिवार की परेशानी को देखते हुए संकोशिया ने सोचा पेड़ लगाउंगा और जब पेड़ बड़े हो जाएंगे तो उसे बेचकर परिवार वालों की कुछ मदद कर दूंगा, लेकिन जैसे-जैसे पेड़ बड़े होने लगे उन्होंने उसे बेचने का अपने दिमाग से हटा दिया।
संकोशिया कहते हैं पेड़ और जंगल सभी के लिए लाभकारी है। अगर मैं इसे काटता हूं और बेच देता तो इसका फायदा सिर्फ मुझे ही होता लेकिन पेड़ नहीं काटने से यहां का वातावरण शुद्ध रहेगा। साथ में मुझे हरियाली देखकर बहुत सुकून महसूस होता है।