महाभारत काल में ही पैदा होने लगे थे टेस्ट ट्यूब बेबी!, कौरवों को लेकर प्रोफेसर ने किया अहम खुलासा
टीम फिरकी, नई दिल्ली
Published by:
Pankhuri Singh
Updated Sun, 06 Jan 2019 05:10 PM IST
यूं तो रोजाना आपको कुछ न कुछ ऐसा सुनने को मिलता होगा जो जरूर हैरानी में डाल देता होगा।लेकिन, आपको ये पता चले की महाभारत के कौरवों का जन्म 'टेस्ट ट्यूब' के जरिये हुआ था तो बताइये कैसा महसूस होगा?
हाल ही में, आंध्र प्रदेश यूनिवर्सिटी के कुलपति जी नागेश्वर राव ने भारतीय विज्ञान कांग्रेस में दिए अपने संबोधन में कहा कि, कौरवों का जन्म टेस्ट ट्यूब तकनीक के जरिए हुआ था। नागेश्वर के अनुसार, कौरवों का जन्म स्टेम सेल रिसर्च और टेस्ट ट्यूब तकनीक के कारण हुआ था।
विज्ञान का अभ्यास पौराणिक सभ्यता में भी किया जाता था।भारतीय संस्कृति के लिए विज्ञान कोई नई बात नहीं है।उनका कहना है कि, रामायण और महाभारत के अध्ययन के बाद ये पता चला है कि, एक महिला यानी गांधारी अपने जीवनकाल में 100 बच्चों को कैसे जन्म दे सकती है? ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि अंडे को निषेचित किया गया था, फिर उन्हें टेस्ट ट्यूब बेबी की तरह भागों में विभाजित किया गया और उगाया गया।
महाभारत और रामायण इतिहास है, पौराणिक कथा नहीं।कुलपति जी नागेश्वर राव ने दावा किया है कि, भारत ने हजारों साल पहले ही इस ज्ञान को हासिल कर लिया था।
साथ ही, भगवान राम ने अस्त्रों और शस्त्रों का इस्तेमाल किया जो लक्ष्यों का पीछा करते थे और उसे भेदने के बाद वापस आते थे। इससे पता चलता है कि मिसाइलों का विज्ञान भारत के लिए नया नहीं है और यह हजारों वर्ष पहले भी मौजूद था।
रामायण में कहा गया है कि, रावण के पास केवल पुष्पक विमान ही नहीं बल्कि विभिन्न आकार और क्षमताओं के 24 तरह के विमान थे।