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क्या किसी फिल्म में एक्टर का निर्देशक की पहली पसंद होना बड़ा मुद्दा है? 'ट्यूबलाइट' में सोहेल खान की जगह निर्देशक अक्षय कुमार को लेना चाहते थे, इस बात को पिछले दिनों काफी तूल दिया गया। अब इंडस्ट्री में चर्चा चल पड़ी है कि 'टॉयलेट: एक प्रेम कथा' में अक्षय कुमार भी निर्माता-निर्देशक की पहली पसंद नहीं थे।
फिल्म ट्यूबलाइट में सलमान खान के छोटे भाई के रोल के लिए सोहेल खान निर्देशक कबीर खान की पहली पसंद नहीं थे। मीडिया में इस खबर के आने से सलमान और उनका खेमा खुश नहीं है। सलमान और कबीर के रिश्तों में भी ठंडेपन की चर्चाएं आम हो चुकी हैं। इस तनाव भरे माहौल में अक्षय कुमार का नाम लगातार आ रहा है क्योंकि कबीर ने कहा था कि सलमान के छोटे भाई के रोल के लिए वह अक्षय कुमार को लेना चाहते थे।
सलमान और उनके खेमे को लग रहा है कि कबीर फिल्म की रिलीज के नजदीक इस बात को मीडिया में न भी कहते तो प्रमोशन बढ़िया ही हो रहा था। किसी फिल्म के लिए यह बड़ा मुद्दा नहीं है कि कोई कलाकार किसी डायरेक्टर की फर्स्ट चॉइस था या नहीं। फिल्मों में कई बातें लगातार बदलती रहती हैं।
ट्यूबलाइट के इसी विवाद के बीच अब इंडस्ट्री में चर्चा होने लगी है कि अक्षय कुमार भी उनकी आने वाली फिल्म टॉयलेट: एक प्रेम कथा के लिए निर्माता-निर्देशक की पहली पसंद नहीं थे।
सूत्रों का दावा है अक्षय के अच्छे दोस्त और निर्माता नीरज पांडे के पास जब फिल्म की पटकथा आई थी तो वह इसे युवा हीरो-हीरोइन के साथ बनाना चाहते थे। उन्हें लग रहा था कि इस लव स्टोरी में अक्षय कुमार फिट नहीं बैठेंगे क्योंकि उनकी उम्र सितंबर में 50 की होने वाली है।
सूत्रों के अनुसार निर्देशक श्रीनारायण सिंह सहमत थे कि 50 के होने जा रहे अक्षय पर्दे पर अपने पिता से शादी करने की जिद करते और हीरोइन को लुभाने के लिए उसकी गलियों के चक्कर काटते अच्छे नहीं लगेंगे। इधर, अक्षय अपनी उम्र के मुताबिक रोल कर रहे हैं। उन्होंने खुद को रीयलिस्टिक सिनेमा में जमाना शुरू कर दिया है।
सूत्र बताते हैं कि स्क्रिप्ट के आधार पर निर्माता-निर्देशक ने कई युवा ऐक्टरों से बातचीत शुरू कर दी थी। कुछ ऐक्टरों से गंभीर मीटिंग भी हुईं परंतु बात नहीं बनी। इस बीच अक्षय ने स्क्रिप्ट सुनी और उन्हें अच्छी लगी। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नजदीकी हैं और देशभक्ति फिल्मों के बीच यह आइडिया जमा कि टॉयलेट: एक प्रेम कथा सरकार के साफ-सफाई के एजेंडे को आगे बढ़ाती है। तब अक्षय ने नीरज पांडे और श्रीनारायण सिंह से कहा कि वह फिल्म करना चाहते हैं।
नीरज इस मामले में थोड़े हिचक रहे थे और उन्होंने अक्षय से कहा कि स्क्रिप्ट पर नए ढंग से काम करते हैं और तब अगर इसमें अक्षय फिट हो सके तो उनके साथ इसे बनाया जाएगा। इसके बाद स्क्रिप्ट पर फिर काम किया गया और उसे ऐसे ढाला गया कि 50 के करीब पहुंच चुके अक्षय प्रेम और विवाह के दृश्यों में अजीबोगरीब न दिखें। जब स्क्रिप्ट अक्षय के हिसाब से फिट हो गई तभी नीरज पांडे उन्हें लेकर फिल्म बनाने को तैयार हुए।