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बॉलीवुड फिल्में देखते हो या हॉलीवुड? बेशक दोनों ही तरह की फिल्में देखते होगे। क्योंकि दोनों में अलग-अलग मज़ा है। पर बॉलीवुड और हॉलीवुड के बारे में कितना जानते हो। थोड़ा बहुत तो जानते ही होगे। हम भी ज़्यादा नहीं जानते पर कुछ ऐसी बातें जो आप नहीं जानते होंगे हम बता देते हैं। 'हॉलीवुड' नाम आसमान से नहीं टपका है।
'हॉलीवुड' कैलिफोर्निया के लॉस एंजेलिस का पड़ोसी शहर है। हॉलीवुड शब्द भी यहीं से लिया गया। और ये शहर US फिल्म इंडस्ट्री के घर की तरह है। अब हॉलीवुड नाम से प्रभावित होकर बंगाली फिल्म इंडस्ट्री ने अपने फिल्म प्रोडक्सन का नाम 'Tollywood' रख लिया। अब बॉलीवुड पर आते हैं।दरअसल 'Bollywood' नाम 'Hollywood' और 'Tollywood' दोनों से लिया गया है।
वैसे तो Bollywood और Hollywood में बहुत अंतर है। नाम से लगाकर काम तक। एक बात और हमने गौर किया है कि बॉलीवुड में गाने न हों तो मूवी मज़ा ही नहीं देती जबकि हॉलीवुड में एक भी गाना नहीं होता। इसके पीछे का कारण तो हमें भी नहीं पता। हां एक चीज़ ज़रूर कहा जा सकता है कि भारतीय संस्कृति और पश्चिमि संस्कृति में बहुत फ़र्क है तो यहां के फिल्मों में भी ये फ़र्क दिखना चाहिए न।
ये तो आप भी जानते होगे कि हमारे यहां हर फंक्शन में गाने बजते ही हैं बच्चा पैदै होने से लेकर शादी तक। अगर गानें न बजें तो काहे की शादी, काहे का बच्चा। अब होली आ जाए तो होली के गानें बजते हैं अलग-अलग त्यौहारों के लिए अलग-अलग गानें और ये गानें हिन्दी, भोज़़पुरी कोई भी हो पर अच्छा लगता है।
अब पश्चिम के लोग भी अपने त्यौहार मनाते होंगे। पर कोई हमारी तरह घर के छत पर लाउडस्पीकर रख कर नहीं बजाता होगा। है न! तो इसलिए शायद बॉलीवुड में गाने डाले जाते होंगे। हमारा मनोरंजन भी हो जाता है और हम अपने किसी भी फंक्शन में गानें जी तोड़ बजा सकते हैं। भाई ये हमारा तजुर्बा था, हो सकता है कोई और भी कारण हो। हॉलीवुड में गानें क्यों नहीं होते? आपको क्या लगता है ज़रूर बताइये।