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पुरानी फिल्मों में एक्सपेरिमेंट कम होता था। साधन कम थे और फिल्में बनने में समय बहुत लगता था। ऐसे में डायरेक्टर प्रोड्यूसर उसी एक्टर को तवज्जों देते थे जिसका सिक्का चल रहा होता है। शायद इसीलिए बीते जमाने में हिट जोड़ियां एक के बाद एक फिल्म करती जाती थी। इसी तरह कुछ खास तरह के रोल के लिए भी कुछ लोग लगभग फिक्स थे। उनके साथ ज्यादा छेड़छाड़ नहीं की जाती थी। जैसे कि पुलिस ऑफिसर, घर का नौकर, विलेन का खास आदमी वगैरह, वगैरह…
ऐसा ही एक रोल आपको याद होगा, 70-80 के दशक में लगभग हर तीसरी फिल्म में एक कलाकार पुलिस की वर्दी पहने, हाथ में डंडा लिए और सिर पर इंस्पेक्टर वाली कैप पहने दिख जाया करते थे। उनका वो छोटा रोल इतनी ज्यादा फिल्मों में दोहराया गया कि उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो गया। पुलिस इंस्पेक्टर का मशहूर गेटअप धारण किए पर्दे पर नजर आते थे जगदीश राज। जगदीश राज का के नाम रिकॉर्ड है, उन्होंने 144 बार पुलिस का रोल पर्दे पर अदा किया है।
पुलिस के रोल में जगदीश राज खुद इतने कंफर्ट हो चुके थे कि खुद की वर्दी सिलवा ली थी। शूटिंग के दौरान वो खुद की वर्दी में ही दिखते थे। पर्दे पर उनका प्रमोशन भी हुआ। एक वक्त के बाद उन्हें कुछ फिल्मों में पुलिस कमीश्नर के रोल में भी देखा गया था। जिसमें लोहा और नाइंसाफी जैसी फिल्में शामिल हैं। हालांकि जगदीश राज ने कुछ फिल्मों में डॉक्टर और जज का भी रोल किया था। लेकिन उनके नाम ये रिकॉर्ड दर्ज है ये कम ही लोग जानते होंगे।